श्रीनगर. जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने आतंकी बुरहान वानी को लेकर बड़ा सियासी कार्ड खेला है. महबूबा मुफ्ती ने बुरहान के एनकाउंटर से खुद को अंजान बताया.
महबूबा ने कहा कि अगर मुझे पता होता कि बुरहान सुरक्षाबलों के बीच घिरा है तो उसको मारने के बजाय उसे एक और मौका दे सकते थे. महबूबा के इस बयान पर बीजेपी ने हैरानी जताई है. वहीं पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा कि मुख्यमंत्री झूठ बोल रही हैं.
महबूबा ने कहा कि सुरक्षाबलों ने उन्हें बताया था कि काकरनाग इलाके के एक घर में तीन आतंकी छिपे हुए हैं, लेकिन उन्हें ये नहीं पता था कि आतंकवादी कौन हैं. अगर बुरहान की मौजूदगी का पता होता तो उसे एक मौका जरूर दिया गया होता.
उन्होंने कहा कि नौ फरवरी, 2013 को दिल्ली में संसद हमले के दोषी अफजल गुरु को फांसी दिए जाने के समय तत्कालीन मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला के पास सुरक्षा तैयारियों के लिए पर्याप्त समय मिला था. महबूबा ने कहा कि कश्मीर घाटी में हालात बेहद तेजी से बदले और राज्य सरकार को व्यापक हिंसा की रोकथाम की तैयारी के लिए पर्याप्त समय भी नहीं मिला.
अब तक 50 से ज्यादा की मौत
आतंकी सगंठन हिजबुल मुजाहिद्दीन का कमांडर बुरहान वानी जम्मू-कश्मीर पुलिस ने एनकाउंटर में मारे जाने के बाद श्रीनगर में अलगावादियों ने जमकर विरोध प्रदर्शन किया. इस विरोध प्रदर्शन में सुरक्षा बलों और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प में 50 लोगों से ज्यादा की मौत हो गई है और 1500 के करीब लोग घायल हो चुके हैं जिनमें 100 पुलिसकर्मी हैं. 10 जिलों में अभी भी कर्फ्यू जारी है.