नई दिल्ली. देश के पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम की आज पहली पुण्यतिथि है. 27 जुलाई 2015 के दिन कलाम जी ने इस दुनिया को अलविदा कहा था. इस मौके पर आज रामेश्वर में उनकी स्मारक की नींव रखी जाएगी.
भारत के इस लाल का जन्म 15 अक्टूबर 1931 के दिन तमिलनाडू के रामेश्वरम में हुआ था. मिसाइल मैन के नाम से मशहूर कलाम की मौत हार्ट अटैक से हुई थी. उन्हें उस वक्त दिल का दौरा पड़ा जब वह शिलांग स्थित भारतीय प्रबंधन संस्थान में स्टूडेंट्स को संबोधित कर रहे थे.
मिसाइल मैन थे कलाम
कलाम जी की पूरी जिंदगी युवाओं के लिए प्रेरणास्त्रोत है. वह साफ दिल के सुलझे हुए इंसान थे. कलाम ने भारत को अग्नि और पृथ्वी जैसी मिसाइलें दी हैं. साल 1998 में पोकरण में हुए परमाणु टेस्ट कलाम के बिना पूरा ही नहीं हो सकता था. इसके अलावा साल 1992 से 1999 तक कलाम केंद्र सरकार के रक्षा सलाहकार भी थे. उन्हें साल 1997 में भारत रत्न से सम्मानित किया गया था.
एपीजे अब्दुल कलाम साल 2002 से 2007 तक भारत के राष्ट्रपति रहे थे. उन्होंने देश के 11वें राष्ट्रपति के रूप में भारत के लिए कई महत्वपूर्ण काम किए थे.
कलाम की मौत से पूरे देश में शोक फैल गया था. उनकी जिंदगी सफलता, सादगी, सहजता व सरलता का सफल उदाहरण है.