नई दिल्ली. यदि आज भी आप याहू मेल का इस्तेमाल कर रहे हैं तो आपके लिए इससे बड़ी कोई खबर हो नहीं सकती, क्योंकि याहू कंपनी का सफर अब समाप्त हो गया है. उसे अमेरिकी कंपनी वेरीजोन ने 32 हजार करोड़ में खरीद लिया है.
हालांकि याहू में चीनी फर्म अलीबाबा की हिस्सेदारी का सौदा नहीं हुआ है. इससे पहले माइक्रोसॉफ्ट ने भी याहू को खरीदने की पेशकश की थी, लेकिन उस समय बात नहीं बनी. याहू की स्थापना 1994 में हुई थी.
मेल पर होगा वेरीजोन का कंट्रोल
इस सौदे के बाद याहू सर्च, मैसेंजर और मेल पर अमेरिकी कंपनी वेराइजन का नियंत्रण होगा. याहू पर वेरीजोन की अधिग्रहण की प्रक्रिया 2017 से शुरू होगी.