नई दिल्ली. रियो ओलंपिक में कुश्ती के 74 किलो ग्राम भार वर्ग में हिन्दुस्तान की दावेदारी खटाई में पड़ गई है. क्योंकि जिस नरसिंह यादव के दांव के दम पर हिन्दुस्तान गोल्ड मेडल जीतने की उम्मीद लगाये हुए था उसी नरसिंह यादव पर प्रतिबंधित दवा लेने का आरोप लगा है, लेकिन कुश्ती संघ और खुद नरसिंह यादव ने इसे बड़ी साजिश बताया है. तो क्या वाकई कुश्ती के इस सुल्तान के साथ साजिश हुई है.
नरसिंह हिन्दुस्तान के वो धाकड़ पहलवान हैं जिसने सवा अरब हिन्दुस्तानियों को रियो ओलंपिक में गोल्ड मेडल की उम्मीद दी, लेकिन अब ये उम्मीद सवालों से घिरी हुई है. नरसिंह का रियो ओलंपिक में जाना भी अब संदेह के घेरे में हैं. वजह है इस पहलवान पर लगे संगीन आरोप.
नरसिंह यादव डोपिंग टेस्ट में फेल हो गए हैं. नरसिंह पर प्रतिबंधित दवा मेथेंडाइन लेने का आरोप लगा है. अगर इसमें नरसिंह यादव दोषी पाये गये तो ना केवल रियो ओलंपिक से पत्ता कट जायेगा बल्कि 4 साल के लिए प्रतिबंध भी लग सकता है.
नरसिंह के डोपिंग टेस्ट में फेल होते ही पूरे हिन्दुस्तान में बवंडर उठा है. यहां तक कि इस मामले में पीएम मोदी ने भारतीय कुश्ती संघ से रिपोर्ट मांगी है. नरसिंह यादव कहते हैं कि उनके साथ साजिश हुई है. अब ओलंपिक के लिए महज कुछ ही दिन बचे हुए हैं. ठीक उससे पहले नरसिंह इस मामले में फंसे हैं, ये टाइमिंग भी पूरे मामले में साजिश की तरफ इशारा जरूर करती है.
इंडिया न्यूज़ के खास शो सलाखें में देखिए कौन है सुल्तान को साजिश में फंसाने के पीछे.