नई दिल्ली. भारत-पाकिस्तान के संबन्धों में बढ़ती कडवाहट का असर अब पाकिस्तान में तैनात भारतीय राजनायिकों के बच्चों की पढ़ाई पर भी पड़ने जा रहा है. भारतीय विदेश मंत्रालय ने इस्लामाबाद में उच्चायोग में तैनात राजनयिकों और अधिकारियों से इस अकादमिक सत्र से अपने बच्चों की पढ़ाई पाकिस्तान से बाहर कराने की सलाह दी है. मंत्रालय के द्वारा ये घोषणा सरकार द्वारा पाकिस्तान की स्थिति की समीक्षा के बाद की गयी है.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने बताया कि इस अकादमिक सत्र से इस्लामाबाद में भारतीय उच्चायोग के अधिकारियों को अपने बच्चों की पढ़ाई लिखाई की व्यवस्था पाकिस्तान से बाहर करने की सलाह दी गयी है.
बता दें कि इस्लामाबाद में भारतीय मिशन में तैनात भारतीय अधिकारियों के स्कूल जाने वाले करीब 50 बच्चे हैं. एक अधिकारी ने बताया कि ताजा घटनाक्रम बच्चों को स्कूल नहीं भेजे जाने वाले देश के रूप में पाकिस्तान का दर्जा घटाने जैसा है.
पाकिस्तान और उसके प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने आठ जुलाई को बुरहान वानी के मारे जाने के बाद भड़काउ बयान दिया था जिसके बाद भारत और पाकिस्तान के बीच कटुता बढ़ती जा रही है. वानी प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन हिज्बुल मुजाहिदीन का वांछित आतंकवादी कमांडर था.