लखनऊ. आज मायावती ने बीजेपी और सपा पर दलित अत्याचार मसले को लेकर जमकर निशाना साधा. उन्होंने पीएम मोदी को उना में दलितों की पिटाई के मामले को लेकर कुछ न कहने पर आड़े हाथों लिया. मायावती ने कहा कि विधानसभा चुनाव को लेकर सपा और बीजेपी में साठ गांठ हुई है.
जिसके कारण अभी तक दयाशंकर सिंह को गिरफ्तार नहीं किया गया है. जिससे बीजेपी और सपा का दलित विरोधी चेहरा सामने आ गया है. साथ ही दयाशकंर की बीबी के द्वारा लगाये गए आरोपों पर बोलते हुए बसपा सुप्रीमो ने कहा कि दयाशंकर की मां और बेटी में से किसी के लिए बसपा नेताओं ने कोई अभद्र बयान नहीं दिया है.
मायावती ने अखिलेश सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि राज्य सरकार दयाशंकर को गिरफ्तार कर उचित कार्रवाई कराएं. यदि ऐसा नहीं हुआ तो सपा को चुनावों में गंभीर परिणाम भुगतने होंगे. मायावती ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि यूपी विधानसभा चुनाव के कारण बीजेपी इसे लेकर ड्रामा कर रही है. बीजेपी ने अपने नेता दयाशंकर सिंह से जानबूझकर आपत्तिजनक टिप्पणी करवाई है. इससे उनका असली चरित्र सबके सामने आ गया है.
मायावती ने खुद पर दर्ज एफआईआर पर बोलते हुए कहा कि दयाशंकर सिंह की मां ने जो तहरीर दी है, उसमें संसद में मेरे बयान का उल्लेख है. संविधान की धारा 105 में सांसदों को संसद में अपनी बात रखने का अधिकार देती है. वहां कही गई किसी बात पर किसी भी अदालत में उल्लेख नहीं हो सकता. इसके बावजूद हजरतगंज थाने में उसी चीज को लेकर एफआईआर दर्ज की गई जो संसद की अवमानना है.
मायावती ने कहा कि बीएसपी कार्यकर्ताओं ने जो नारा लगाया, उसका बीजेपी ने गलत मतलब निकाला. यह उनकी दूषित मानिसकता का परिचय है. जो कुछ किया जा रहा है वो दयाशंकर सिंह को बचाने के मकसद से किया जा रहा है. बीजेपी यदि दयाशंकर सिंह की बेटी के बचाव के साथ-साथ एक दलित की बेटी के सम्मान के लिए भी धरना प्रदर्शन भी करती तो अच्छा होता.