श्रीनगर. आतंकी सगंठन हिजबुल मुजाहिद्दीन का कमांडर बुरहान वानी जम्मू-कश्मीर पुलिस ने एनकाउंटर में मारे जाने के बाद कश्मीर में कर्फ्यू 8वें दिन भी जारी है. हालांकि कुछ इलाकों में कर्फ्यू थोड़ी राहत दी गई है लेकिन संवेदनशील इलाकों में अभी भी सुरक्षाबल तैनात हैं.
बुराहान के मारे जाने के बाद श्रीनगर में अलगावादियों ने जमकर विरोध प्रदर्शन किया. इस विरोध प्रदर्शन में सुरक्षा बलों और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प में 41 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है और 1500 के करीब लोग घायल हो चुके हैं जिनमें 100 पुलिसकर्मी हैं. 10 जिलों में अभी भी कर्फ्यू जारी है.
घाटी में तनाव के माहौल को देखते हुए अमरनाथ यात्रा रोक दी गई है. यहां ट्रेन और मोबाइल इंटरनेट सेवाएं भी ऐहतियातन बंद कर दी गई हैं ताकि किसी तरह की कोई अफवाह न फैल सके. ट्रेनें अगली सूचना तक बंद रहेंगी.
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि एहतियात के तौर पर काननू-व्यवस्था बनाए रखने के लिए कश्मीर घाटी के सभी 10 जिलों में लगातार कर्फ्यू जारी है. उन्होंने बताया कि घाटी में शुक्रवार की पथराव की घटनाओं की बड़ी संख्या को देखते हुये कर्फ्यू जारी रखने का निर्णय लिया गया.
अधिकारी ने बताया कि प्रतिबंधात्मक आदेशों को कड़ाई से लागू करने के लिए पूरी घाटी में पुलिस और अर्धसैनिक बल के जवानों को तैनात किया गया है. घाटी में अफवाह फैलाने वाली किसी भी घटना को रोकने के लिए मोबाइल टेलीफोन सेवाएं भी बंद रखी गयी है.
हड़ताल के अलगाववादियों के आह्वान और कर्फ्यू जैसे प्रतिबंधों के कारण कश्मीर में शनिवार से जनजीवन प्रभावित हुआ है हुर्रियत कांफ्रेंस के दोनों धड़ों और जेकेएलएफ ने हड़ताल का आह्वान किया है. अलगाववादी समूहों ने शुक्रवार को हड़ताल की अवधि बढ़ा कर सोमवार शाम तक कर दी.