नई दिल्ली. रविवार को पहली बार टॉक टू एके के जरिए देश की जनता से दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जनता के सवालों का जवाब दे रहे हैं. इस दौरान उन्होंने सवालों का जवाब देते हुए मोदी सरकार पर निशाना साधा. प्रोग्राम में केजरीवाल के साथ उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और सिंगर विशाल डडलानी भी मौजूद हैं.
पहली बार
टॉक टू एके के जरिए लोगों से लाइव बात करते हुए केजरीवाल ने कई अहम मुद्दों पर बात की. इस दौरान उन्होंने कहा, ‘आप जनता से तभी सीधे संवाद तभी कर सकते हैं जब आप ईमानदार हों. मैंने दिल्ली के स्कूल में अपने बेटे के ऐडमिशन के लिए भी सिफारिश नहीं की.’
शिक्षा, पानी, भूमि अधिग्रहण और स्वास्थ्य सेवाओं पर विशेष जोर
केजरीवाल ने कहा, ‘बीजेपी ने केंद्र में सत्ता में आते शिक्षा पर बजट कम किया, जबकि हमने दिल्ली में सरकार बनाते ही बजट बढ़ाया. हमारी सरकार ने दिल्ली में 100 प्रतिशत शिक्षा का बजट बढ़ाया. जब हमने 20,000 लीटर पानी फ्री किया तो हमारी आलोचना हुई कि हम जल बोर्ड को डुबा देंगे, लेकिन हमने करके दिखाया और फायदा भी पहुंचाया.’
उन्होंने आगे कहा कि दिल्ली सरकार ने टैक्स कम किया तो टैक्स कलेक्शन भी बढ़ा. जिसे दिल्ली के विकास में लगाया गया. सरकारी स्कूलों में टॉइलेट, पीने का पानी, सफाई और सिक्यॉरिटी गार्ड की व्यवस्था युद्धस्तर पर की गई. एक साल में 8000 क्लास रूम बनाए गए. पीडब्ल्यूडी और शिक्षा विभाग ने बेहतरीन काम किया.
MLA की सैलरी पर बोले केजरीवाल
अरविंद केजरीवाल ने अपने विधायकों की सैलरी को लेकर पूछे गए सवाल पर कहा, ‘हमने विधायकों की सैलरी इसलिए बढ़ाई, ताकि भ्रष्टाचार को रोका जा सके, क्योंकि जब सैलरी से खर्च नहीं निकलेंगे तो विधायक दूसरा रास्ता अपनाएंगे.’