श्रीनगर. आतंकी सगंठन हिजबुल मुजाहिद्दीन का कमांडर बुरहान वानी जम्मू-कश्मीर पुलिस ने एनकाउंटर में मारे जाने के बाद श्रीनगर में अलगावादियों ने जमकर विरोध प्रदर्शन किया. इस विरोध प्रदर्शन में सुरक्षा बलों और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प में 32 लोगों की मौत हो गई है और 800 के करीब लोग घायल हो चुके हैं जिनमें 100 पुलिसकर्मी हैं. 10 जिलों में अभी भी कर्फ्यू जारी है.
वहीं दूसरी तरफ प्रदर्शनकारी पुलिस और सेना के हथियार लूट कर आर्माी बनाने में लगे हुए हैं. दो दिन पहले भी एक विद्रोही ने जम्मू-कश्मीर पुलिस की 70 हथियार लूट लिए थे.
‘कई बार होता है पथराव’
एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि सुबह पुलवामा के कोइल में प्रदर्शनकारियों के एक समूह ने वायुसेना के हवाई अड्डे की तरफ पथराव किया. उन्होंने हवाई अड्डा परिसर के भीतर सूखी घास को भी आग लगा दी. सुरक्षाबलों ने भीड़ को भगाने का प्रयास किया, लेकिन हमलावर फिर से समूह बनाकर बीच-बीच में पथराव करते रहे. पथराव की घटनाएं सोपोर, हंदवारा, बंदीपुरा और बारामुला में दर्ज की गईं.
‘विद्रोहियों ने किया हमला’
सीआरपीएफ अधिकारी के मुताबिक सोमवार को दो सीआरपीएफ जवान एक नागरिक को अस्पताल ले जा रहे थे और इसी दौरान विद्रोहियों ने उन पर हमला किया. जवानों ने जवाबी कार्रवाई की तो विद्रोहियों ने पत्त्थर और रॉड से मारना शुरू कर दिया. लेकिन किसी भी तरह से जवानों ने उन्हें अपनी राइफल नहीं छीनने दी.
आज आखिरी दिन
रिपोर्ट्स के मुताबिक जम्मू कश्मीर में बंद का आज आखिरी दिन है. बुधवार को घाटी में बंद का पांचवा दिन है. पुलवामा, अनंतनाग और शोपियां में बढ़े तनाव की वजह से कर्फ्यू लगा दिया गया है. गंभीर स्थितियों को देखते हुए बारामुला-काजीगुंड के बीच ट्रेन सेवाएं भी रद्द कर दी गई हैं.
प्रदर्शनकारी कर रहे आतंकियों की मदद
सुरक्षा विशेषज्ञों का कहना है कि अधिकांश प्रदर्शनकारी हथियार लूट कर उसे स्थानीय आतंकियों तक पहुंचा रहे हैं और इसका इस्तेमाल सेना के खिलाफ हो रहा.