मुंबई. महाराष्ट्र के खुफिया विभाग ने मुस्लिम धर्म गुरु जाकिर नाईक को विवादित भाषणों के मामले में क्लीन चिट दे दी है. सूत्रों के मानें तो जाकिर नाईक के तमाम भाषणों, यूट्यूब वीडियो समेत तमाम जांच के बाद लगभग क्लीन चिट दे दी गई है. सूत्रों से ये भी पता चला है कि जाकिर को क्लीन चिट मिलने के बाद उसकी गिरफ्तारी भी नहीं होगी.
बता दें कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस ने जाकिर नाईक के विवादित भाषणों की जांच का आदेश दिया था. उन्होंने मुंबई पुलिस कमिश्नर से सभी भाषणों, उनकी संस्थाओं को दी जाने वाली फंडिंग और जाकिर के सोशल मीडिया अकाउंट को भी खंगालने का आदेश दिया था.
जाकिर नाईक को सोमवार सुबह भारत लौटना था लेकिन गिरफ्तारी के डर से वो नहीं लौटे. जाकिर को सोमवार सुबह आठ बजे मक्का से भारत लौटना था. बता दें विवादों में आने के बाद जाकिर ने खुद बताया था कि वह 11 जुलाई को भारत लौटेंगे और 12 जुलाई को अपने उपर लगे आरोपों पर प्रेस कॉन्फ्रेंस करके सफाई देंगे. इस मामले में जाकिर नाईक ने बकायदा एक वीडियो शूट करके बताया था.
कब-कब आया नाम
2009 में न्यूयोर्क के सबवे में फिदायीन हमले की साजिश रखने के आरोप में गिरफ्तार नजीबुल्ला जाजी के दोस्तों ने बताया कि वो काफी वक्त तक डॉ नाईक की तकरीरों को टीवी पर देखता था.
2006 में मुंबई की लोकल ट्रेनों में हुए सिलसिलेवार बम धमाकों के मामले में आरोपी राहिल शेख भी डॉ. नाइक से प्रभावित था.
2007 में बैंगलोर का एक शख्स कफील अहमद ग्लासगो एयरपोर्ट को उडाने की कोशिश करते हुए घायल हो गया. जांच में पता चला कि जिन लोगों की बातों से वो प्रभावित था उनमें से डॉ जाकिर नाइक भी एक थे.
यही नहीं हाल ही में हैदराबाद में गिरफ्तार आईएस के 5 लोगों का सरगना इब्राहीम यजदानी न सिर्फ डॉ जाकिर से प्रभावित था बल्कि 2010 में वो उनके कैंप में शामिल हुआ था.