श्रीनगर. कश्मीर घाटी में हिंसा के चलते अमरनाथ यात्रा रोक दी गई है. रिपोर्ट्स के अनुसार सरकार घाटी में हालात सामान्य होने का इंतजार कर रही है. यात्रा रोके जाने के कारण करीब दस हजार श्रद्धालु जम्मू में फंसे हुए हैं. हालांकि यात्रा रोके जाने के बाद तीसरे दिन जम्मू और घाटी के बीच फंसे श्रद्धालुओं को सुरक्षित जगह तक पहुंचा दिया गया है.
7 इलाकों में लगा कर्फ्यू
बता दें कि हालात के देखते हुए 7 इलाकों में कर्फ्यू लगा दिया गया है, वहीं सवेंदनशील इलाकों की सुरक्षा भी बढ़ा दी गई है. इतना ही नहीं घाटी में मोबाइल और इंटरनेट सेवा पर भी रोक जारी है.
प्रशासन का दावा
जम्मू-कश्मीर प्रशासन का दावा है कि अमरनाथ दर्शन के बाद जितने भी यात्री बलटाल और पहलगाम बेस कैंपों में फंसे हुए थे, उन्हें सुरक्षित जम्मू तक पहुंचा दिया गया है.
करीब 8000 ने किए दर्शन: श्राइन बोर्ड
श्राइन बोर्ड के अधिकारियों के मुताबिक करीब 8000 यात्रियों ने रविवार को दर्शन किए और करीब 15000 यात्री जम्मू में फंसे हैं जो अमरनाथ यात्रा के लिए जाना चाहते हैं, लेकिन खराब हालातों के कारण उन्हें अब तक आगे जाने की इजाजत नहीं मिली है.
क्या है पूरा मामला
आतंकी सगंठन हिजबुल मुजाहिद्दीन का कमांडर बुरहान वानी जम्मू-कश्मीर पुलिस ने एनकाउंटर में मारे जाने के बाद श्रीनगर में अलगावादियों ने जमकर विरोध प्रदर्शन किया. इस विरोध प्रदर्शन में सुरक्षा बलों और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प में 21 लोगों की मौत हो गई है और 100 जवानों समेत 300 से ज्यादा जख्मी हो गए हैं. इसी को देखते हुए सुरक्षा के तौर पर यात्रा रोकी गई है.