देहरादून. शक्तिमान घोड़े की दर्द भरी कहानी अब हर इंसान को याद रहेगी, क्योंकि उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में विधानसभा तिराहे पर शक्तिमान की मूर्ति स्थापित कर दी गई है.
इसी तिराहे पर 14 मार्च को बीजेपी के विरोध प्रदर्शन के दौरान शक्तिमान घायल हुआ था, जिसके बाद उसे अपनी जिंदगी को अलविदा कहना पड़ा था. विधानसभा तिराहे को अब शक्तिमान चौक के नाम से जाना जाएगा. इससे पहले भी अस्तबल, पार्क, पैट्रोल पंप का नामकरण शक्तिमान के नाम पर किया जा चुका है.
बता दें कि 14 मार्च को बीजेपी की रैली के दौरान विधायक गणेश जोशी द्वारा लाठियां बरसाने के कारण शक्तिमान की एक टांग टूट गई थी, जोशी ने इस मामले पर सफाई दी थी कि उन्होंने पुलिस के घोड़े शक्तिमान को नहीं मारा था. जोशी को इस मामले में गिरफ्तार भी किया गया था.
शक्तिमान अपने दर्द से करीब एक महीने तक लड़ता रहा, लेकिन 20 अप्रैल को उसकी जान चली गई. शक्तिमान को अमेरिका से आई कृत्रिम टांग भी लगाई गई थी, लेकिन उससे कुछ फायदा नहीं हुआ. डॉक्टर्स ने दावा किया था कि शक्तिमान 45 दिनों के अंदर खुद से चलने लगेगा. लेकिन ऐसा नहीं हो सका.