श्रीनगर. आतंकी सगंठन हिजबुल मुजाहिद्दीन का कमांडर बुरहान वानी जम्मू-कश्मीर पुलिस ने एनकाउंटर में मारे जाने के बाद श्रीनगर और पुलवामा में अलगावादियों ने जमकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. श्रीनगर में जहां लोगों ने पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की वहीं पुलवामा में सुरक्षा बलों और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प में 11 लोगों की मौत हो गई है और 200 लोग जख्मी हो गए हैं.
जम्मू-कश्मीर की पुलिस ने बताया कि इस झड़प में सुरक्षा बलों के 96 जवान भी घायल हो गए हैं. हिंसक भीड़ ने पांच जवानों में आग लगा दी, जिनमें तीन पुलिस प्रतिष्ठान हैं. इसके अलावा कुछ गाडियों को भी आग के हवाले किए जाने की सूचना है.
दक्षिण कश्मीर, पुलवामा समेत श्रीगर के कई इलाकों में कर्फ़्यू लगा दिया गया है. घाटी में तनाव के माहौल को देखते हुए अमरनाथ यात्रा रोक दी गई है. इसके अलावा शनिवार को होने वाली बोर्ड परीक्षा स्थगित कर दी गई है. यहां ट्रेन और मोबाइल इंटरनेट सेवाएं भी ऐहतियातन बंद कर दी गई हैं ताकि किसी तरह की कोई अफवाह न फैल सके. ट्रेनें अगली सूचना तक बंद रहेंगी.
रिपोर्ट्स के मुताबिक जम्मू कश्मीर के अलगावादी नेता सैयद अली शाह गिलानी ने सूबे में तीन दिन का बंद का ऐलान किया है. पुलवामा, अनंतनाग और शोपियां में बढ़े तनाव की वजह से कर्फ्यू लगा दिया गया है. गंभीर स्थितियों को देखते हुए बारामुला-काजीगुंड के बीच ट्रेन सेवाएं भी रद्द कर दी गई हैं.
वहीं राज्य के पूर्व सीएम उमर अब्दुल्ला ने बुरहान के एनकाउंटर को लेकर नया सियासी सवाल खड़ा कर दिया है. उन्होंने ट्विटर पर लिखा है कि बुरहान न तो पहला है और न आखिरी. युवाओं के बंदूक थामने की समस्या का राजनीतिक हल ढूंढना जरूरी है.