लखनऊ. उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के ऐशबाग इलाके में गुरुवार को एक नया नजारा देखने को मिला. सैकड़ो के संख्या मे मुस्लिम महिलाओं ने मस्जिद मे प्रवेश किया और 300 साल पुरानी ईदगाह में एक नया इतिहास रचा गया. पहली बार इतनी बड़ी तादाद मे महिलाओं ने यहां नमाज पढ़कर नया इतिहास रचा .
धार्मिक स्थलों में महिलाओं के प्रवेश को लेकर छिड़ी बहस के बीच ऐशबाग ईदगाह में पहली बार औरतों के ईद की नमाज अदा करने के लिये अलग से इंतजाम किया गया था. इसमें तकरीबन पांच हजार महिलाएं शामिल हुईं.
ईदगाह के इमाम मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने बताया कि इस बार ऐशबाग ईदगाह में औरतों के लिये ईद की नमाज का खास इंतजाम किया गया. ऐसा पहली बार किया गया है. ईदगाह में पुरषों के साथ-साथ पहली बार बड़ी संख्या में महिलाएं भी ईद की नमाज अदा की.
उन्होंने कहा कि दरअसल ईदगाह के दरवाजे पहले भी महिलाओं के लिये बंद नहीं थे, लेकिन पूर्व में उनके लिये नमाज का इतने बडे पैमाने पर अलग इंतजाम नहीं किया जाता था. इस बार विशेष प्रबन्ध की वजह से बड़ी संख्या में महिलाएं ईदगाह में नमाज पढी.
नमाज पढ़ने आईं अनेक महिलाओ ने इस पहल का स्वागत किया. इनमें से कुछ बुजुर्ग महिलाएं भी थीं जो बचपन मे इस ईदगाह मे नमाज पढ़ने के लिये आती थीं लेकिन उसके बाद अब उम्र के इस मोड़ पर ही उन्हें यहां आकर नमाज पढ़ने का मौका मिला.