नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मंत्रिमंडल में मंगलवार को विस्तार के साथ फेरबदल होने जा रहा है. इसके बाद मोदी मंत्रिमंडल में कुछ मंत्रियों का ओहदा बढ़ने के साथ कुछ नए चेहरे भी शामिल हो सकते हैं. वहीं कैबिनेट में काम कर रहे कुछ मंत्रियों को बाहर का रास्ता दिखाया जा सकता है.
बता दें कि चुने गए नए मंत्रियों का शपथ ग्रहण कार्यक्रम 5 जुलाई को 11 बजे राष्ट्रपति भवन में किया जाएगा. इससे पहले मंत्रियों के कामकाज की समीक्षा के लिए 30 जून को प्रधानमंत्री ने बैठक भी बुलाई थी. रिपोर्ट्स के अनुसार प्रधानमंत्री 7 जुलाई को अफ्रीकी देशों की यात्रा पर रवाना होंगे, इसलिए माना यह जा रहा है कि मंत्रिमंडल में फेरबदल मंगलवार को किया जाएगा.
कैबिनेट में रह सकते हैं 82 मंत्री
फिलहाल मोदी कैबिनेट में 66 मंत्री हैं. कानून के मुताबिक, 82 मंत्री रह सकते हैं. इस बात की संभावना सबसे ज्यादा है कि यूपी, उत्तराखंड और पंजाब के नेताओं को मंत्री बनाया जाएगा, जहां अगले साल असेंबली इलेक्शन हैं. सर्बानंद सोनोवाल असम में सीएम बन चुके हैं. उनकी जगह खाली है. इतना ही नहीं शिवसेना को भी एक मंत्री पद और मिल सकता है.
यह हो सकते हैं नए चेहरे
सूत्रों के मुताबिक, मंत्रिमंडल में शामिल होने वाले संभावित चेहरों में रामदास अठावले, अजय टाम्टा, कृष्णा राजा, एसएस अहलूवालिया, महेशनाथ पांडे, अनुप्रिया पटेल, पीपी चौधरी और पुरुषोत्तम रुपाला का नाम शामिल है. ऊर्जा राज्य मंत्री पीयूष गोयल, पेट्रोलियम राज्य मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और अल्पसंख्यक मामलों के राज्यमंत्री मुख्तार अब्बास नकवी को कैबिनेट मंत्री का ओहदा दिए जाने के कयास लगाए जा रहे हैं.
इनकी हो सकती है छुट्टी
राम शंकर कठेरिया (मानव संसाधन विकास राज्यमंत्री) और निहालचंद (रसायन-उर्वरक राज्यमंत्री).
RSS से ली गई थी सहमति
कैबिनेट में फेरबदल का यह फैसला पीएम मोदी, बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह और वित्त मंत्री अरुण जेटली की आरएसएस नेताओं के साथ हुई बैठक के बाद लिया गया. बताया जाता है कि सरकार ने संघ प्रमुख से नए मंत्रियों के नाम पर सहमति ले ली है.