इंडियन इंटेलिजेंस एजेंसी द्वारा इंटरसेप्टेड कॉल्स से एक बार फिर भारत के इस दावे की पुष्टि हुई है कि अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम पाकिस्तान में ही है. जानकारी के मुताबिक दाऊद को पाकिस्तान की इंटेलिजेंस एजेंसी आईएसआई का संरक्षण हासिल है. सूत्रों के मुताबिक करीब चार महीने पहले दाऊद ने अपने सहयोगी जावेद को दुबई में तीन बार फोन किए थे. जावेद भारत और दुबई में दाऊद के रियल एस्टेट समेत तमाम गलत धंधे संभालता है.
नई दिल्ली. इंडियन इंटेलिजेंस एजेंसी द्वारा इंटरसेप्टेड कॉल्स से एक बार फिर भारत के इस दावे की पुष्टि हुई है कि अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम पाकिस्तान में ही है. जानकारी के मुताबिक दाऊद को पाकिस्तान की इंटेलिजेंस एजेंसी आईएसआई का संरक्षण हासिल है. सूत्रों के मुताबिक करीब चार महीने पहले दाऊद ने अपने सहयोगी जावेद को दुबई में तीन बार फोन किए थे. जावेद भारत और दुबई में दाऊद के रियल एस्टेट समेत तमाम गलत धंधे संभालता है.
इनमें ड्रग्स, जबरिया वसूली और हवाला शामिल हैं. जावेद ने दाउद से बात करने के तीन महीने पहले तारिक नाम के शख्स को फोन किया था. इन सभी काल्स में बिजनेस की ही बात हुई थी. तारिक को एक समय दाऊद का दाहिना हाथ माना जाता था और यूपी एटीएस उसे एक बार पहले गिरफ्तार भी कर चुकी है.
दाऊद मामले पर डोभाल संभाल रहे हैं कमान
एनएसए अजीत डोभाल खुद दाऊद से संबंधित मामलों पर नजर रख रहे हैं. डोभाल देश की सभी शीर्ष खुफिया एजेंसियों के लगातार संपर्क में हैं. डोभाल को दाऊद के मामलों का खास जानकार माना जाता है. दाऊद मामले में वह रॉ से भी लगातार जानकारी हासिल कर रहे हैं. केंद्र में मोदी सरकार आने के बाद दाऊद की भारत में करीब तीन हजार करोड़ रुपए की संपत्ति को जब्त करने की कार्रवाई चल रही है.