देहरादून. उत्तराखंड में भारी बारिश और उससे आई भीषण बाढ़ की वजह से लोगों का पलायन शुरू हो गया है. अलकनंदा, मंदाकिनी जैसी नदियों के किनारे बसे गांवों और रिहायशी कॉलोनियों में रहने वाले लोग जरूरत के सामान के साथ सुरक्षित ठिकानों की तरफ जा रहे हैं.
चमोली में सात लोग नदी में बह गए
चमोली में आई बाढ़ में सात लोग बह गए हैं, जिनका अभी तक कुछ पता नहीं चल पाया है. नदी की तेज धारा की वजह से कई कारें और बाइक के बहने की भी खबर है. इसके अलावा कई मकान, घर, दुकानें भी तबाह हो गई हैं.
बादल फटने से मंदाकिनी नदी और अलकनंदा नदी उफान पर हैं, जिससे इनके किनारे बसी बस्तियों के लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. बाढ़ की वजह से अब तक 20 लोगों के मरने की खबर है.
पिथौरागढ़ में कई लापता
पिथौरागढ़ में बादल फटने से तीन बच्चों समेत पांच लोगों की मौत हो गई है. इसके अलावा 20 से ज्यादा लोग लापता हैं. इसके अलावा मकानों की भी भारी तबाही हुई है. आधा दर्जन से ज्यादा मकान ध्वस्त हो गए हैं. राहत और बचाव का कार्य जारी है.
अगले 72 घंटों तक होगी भारी बारिश
मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि उत्तराखंड में अगले 72 घंटों तक भारी बारिश हो सकती है. मौसम विभाग का कहना है कि पहाड़ की तबाही अब मैदान की तरफ आ रही है, अगले 72 घंटे उत्तराखंड के लिए काफी मुश्किलों भरे हो सकते हैं. विभाग ने लोगों को चेतावनी दी है कि अगले तीन दिनों तक घर से बाहर न निकलें.
मोदी ने ट्वीट कर जताई संवेदना
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तराखंड में बाढ़ और बारिश में मारे गए लोगों के प्रति संवेदना जाहिर की है. उन्होंने ट्वीट कर कहा है कि आपदा में घायल लोगों के प्रति संवेदना जाहिर करता हूं, और उनके जल्दी स्वस्थ्य होने की कामना करता हूं. उम्मीद है कि बारिश प्रभावित इलाकों में हालत जल्द ही समान्य हो जाएंगे.
आफत पर राजनाथ की रावत से बात
केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने मुख्यमंत्री हरीश रावत से फोन पर वहां के हालातों का जायजा लिया है. उन्होंने कहा कि एनडीआरएफ की टीमें राहत एवं बचाव कार्यों में लगी हुई हैं, जरूरत पड़ने पर और भी टीमों को भेजा जाएगा.
बता दें कि उत्तराखंड सरकार ने अपनी तरफ से हादसे में मारे गए लोगों के परिवार वालों को दो-दो लाख रुपये की मदद राशि देने की घोषणा की है.