नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आरबीआई गवर्नर रघुराम राजन और बीजेपी सांसद सुब्रमण्यम स्वामी के बीच चल रहे विवाद पर पहली बार चुप्पी तोड़ी है. पीएम ने जहां रघुराम राजन की तारीफ करते हुए उन्हें देशभक्त बताया है. वहीं स्वामी को अनुशासन में रहने की नसीहत दी है.
अंग्रेजी न्यूज चैनल ‘टाइम्स नाओ’ को दिए साक्षात्कार में प्रधानमंत्री ने कहा कि रघुराम राजन किसी से कम देशभक्त नहीं हैं. सुब्रमण्यम स्वामी के बारे में उनका कहना था कि अगर कोई खुद को व्यवस्था से ऊपर समझता है तो ये ग़लत है.
चीन के साथ रिश्ते पर बोले पीएम
मोदी ने चीन के साथ भारत के संबंधों पर कहा, ‘चीन के साथ बातचीत चल रही है और हमें इसे जारी भी रखना होगा. चीन के साथ हमारी एक नहीं, बल्कि कई समस्याएं हैं. मैं यह कह सकता हूं कि चीन समस्याओं के समाधान में हमारा सहयोग भी कर रहा है.’
NSG मेंबरशिप
पीएम ने NSG मामले पर कहा, ‘प्रत्येक सरकार अपने स्तर पर प्रयास करती है. ऐसा नहीं है कि केवल इसी सरकार ने ऐसा यह प्रयास किया है. लेकिन हमने अपने कार्यकाल के दौरान भारत को शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) और मिसाइल टेक्नोलॉजी कंट्रोल रिजीम (MTCR) की सदस्यता मिली. मुझे यकिन है कि एनएसजी मेंबरशिप के लिए हमने दोगुने उत्साह से अपना काम करना शुरु कर दिया है.’
पिछली सरकार में हुए भ्रष्टाचार
पीएम ने पिछली सरकार में हुए भ्रष्टाचार पर कहा, ‘कई चीजें ऐसी होती हैं जो होती तो हैं, लेकिन दिखती नहीं हैं. मैं अनुभव कर रहा हूं कि इतनी गंदगी से मुझे चीजों को बाहर निकालने के लिए कितनी मेहनत करनी पड़ रही है, उसकी हम कल्पना नहीं कर सकते. वहां जो काम कर रहा है, वहां मौजूद लोगों को पता है कि कैसी गंदगी फैली हुई है. अगस्ता की जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ रही, वैसे-वैसे कई नाम सामने आ रहे हैं. इसमें ऐसे लोग शामिल हैं जिन्हें पता है कि अपने काम को कैसे अंजाम देना है. वे लोग काफी माहिर हैं. वैसे यह सब बिना किसी रक्षा कवच के संभव नहीं है, इसके पीछे बड़े और पहुंचे लोगों का हाथ है. मेरी सरकार किसी को टारगेट करके काम नहीं करती है. जांच एजेंसियां काम कर रही हैं. जो जांच में सामने आएगा उसपर कार्यवाई जरुर होगी.’
रघुराम राजन
वहीं प्रधानमंत्री से पूछा गया कि आपके राज्यसभा सांसद ने रघुराम राजन के बारे में जो कहा क्या वो उचित है. उस पर उनका कहना था, ‘ये मेरी पार्टी हो या कोई और पार्टी, मेरा मानना है कि ऐसी बातें अनुचित हैं. वे किसी देशभक्त से कम नहीं हैं. राजन आरबीआई गवर्नर न रहते हुए भी भारत की सेवा करते रहेंगे.’