नई दिल्ली. रेल मंत्रालय ने 1 जुलाई 2016 से रेलवे के नियमों में होने वाले बदलाव से इंकार किया है. मंत्रालय का कहना है कि सोशल साइट्स जैसे फेसबुक और वाट्सएप में रेलवे के नियमों में बदलाव की जो खबरें फैल रही हैं वह पूरी तरह से गलत है और इनका कोई आधार नहीं है.
बता दें कि कुछ दिनों से सोशल साइट्स में यह खबर काफी वायरल हो रही थी कि 1 जुलाई से रेलवे के नियमों में कुछ बदलाव होने वाले हैं. कहा जा रहा था कि रेलवे जुलाई से ऑनलाइन बुकिंग पर वेटिंग टिकट खत्म करने जा रही है.
रेल मंत्रालय ने इस खबर पर सफाई देते हुए कहा है कि मीडिया ने बिना किसी तरह की जांच पड़ताल के यह खबर फैला दी. मीडिया ने किसी तरह के आधिकारिक स्त्रोतों से इस खबर की पुष्टी नहीं की थी. यह खबर फैलने से यात्रियों में भ्रम की स्थिति पैदा हो गई थी.
मंत्रालय का कहना है कि 1 जुलाई से कोई भी बदलाव नहीं होंगे. रेल में सफर करने के लिए पहले की तरह ही वेटिंग टिकट बुक होगी. इस व्यवस्था में कोई बदलाव नहीं होगा. रेलवे ने शुल्क वापसी के नए नियम की शुरूआत नवंबर 2015 से की थी और आगे भी यही नियम जारी रहेगा.
मंत्रालय का कहना है कि राजधानी-शताब्दी में सफर करने के लिए पेपर टिकट को खत्म करने वाला कोई भी प्रस्ताव नहीं है. पेपर टिकट भी पहले की ही तरह मान्य रहेंगी. इसके साथ साथ मोबाइल में प्राप्त एसएमएस टिकट के रूप में मान्य होंगे, लेकिन साथ ही परिचय पत्र भी दिखाना होगा.