चक्रवाती तूफान ओखी के कहर से अब तक 200 मछुआरों को बचाया जा चुका है. हालांकि और किताने मछुआरे तूफान में फंसे हैं इसकी अभी कोई खबर नहीं है.
चेन्नई. धीरे धीरे लक्षद्वीप में तबाही मचा रहे चक्रवाती Cyclone Ockhi का कहर जारी है. मौसम विभाग का कहना है कि ये तूफान अरब सागर की ओर बढ़ रहा है. केरल में अब तक इसी तूफान में फंसे लगभग 200 से अधिक मछुआरों को सुरक्षित निकाला गया है. हालांकि अभी और कितने मछुआरे इस चक्रवाती तूफान में फंसे हैं इसकी कोई आधिकारिक जानकारी सामने नहीं आई है. वहीं मौसम विभाग ने आज केरल तट से ऊंची लहरों के टकराने की जानकारी दी है. बताया गया है कि इन लहरों की ऊंचाई 3 से 5 मीटर तक हो सकती है.
महासागर सूचना सेवाओं के लिए भारतीय राष्ट्रीय केंद्र (INCOIS) और आईएमडी ने लक्षद्वीप में केंद्रित इस तूफान की अगले 24 घंटों में तेज होने की संभावना जताई है. इसके अलावा द्वीपों के स्थानों पर 4 से 7 मीटर ऊंची लहरें उठ सकती हैं. ऐसे में लोगों को बचाने के लिए वायुसेना, भारतीय नौसेना और तटरक्षक बल एकसाथ मिलकर सुरक्षा कार्यों में जुटे हैं.
Early morning visuals from Lakshadweep; destruction caused by strong winds & high tides. #CycloneOckhi pic.twitter.com/kO26bbSjlK
— ANI (@ANI) December 2, 2017
आधिकारिक सूत्रों के हवाले से खबर है कि बीते शुक्रवार को तटरक्षक बल, नौसेना, आईएएफ और राज्य सरकार द्वारा करीब 200 मछुआरों को बचाया गया. हालातों को देखते हुए कन्याकुमारी और नागरकोइल में कई रेल सेवाएं रद्द हो गई हैं और कई गाड़ियां देरी से भी चल रही हैं. बचाव की सूचना के बाद जापानी मालवाहक जहाज एम वी एनर्जी ऑर्फ़ियस द्वारा 60 लोगों को सुरक्षित बचाया गया. इस भयानक चक्रवात के कहर से श्रीलंका में भी 5 मछुआरे लापता हैं और 7 लोगों की जान गई है.
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