मथुरा. मुख्यमंत्री अखिलेश यादव सोमवार को मथुरा पहुंचे और जवाहर बाग में हुई हिंसा में शहिद हुए एसपी मुकुल द्विवेदी के परिवार के लोगों से मिले और उन्हें सांत्वना दी. पीडित परिवार से मुलाकात के बाद अखिलेश यादव ने कहा किसी भी घटना पर राजनीति नहीं होनी चाहिए और न ही इसका मौका मिलना चाहिए. सरकार की मंशा साफ थी कि बच्चों और महिलाओं की जान न जाए. बता दें मथुरा हिंसा में एसपी सीटी मुकुल द्विवेदी और एसओ संतोष यादव समेत 29 लोगों की मौत हो गई है. इस फायरिंग में कुछ लोग भी घायल हो गए जिनका इलाज चल रहा है.
क्या कहा अखिलेश यादव ने?
अखिलेश यादव ने कहा कि समाज का दुर्भाग्य है कि खाने और घर के लालच से आसानी से भीड़ इकट्ठा की जा सकती है. जांच के तहत जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने मामले में मथुरा के प्रेस को दिया धन्यवाद कि उन्होंने प्रदेश सरकार की बेहतर नीयत का साथ दिया. कैराना मामले पर अखिलेश ने कहा कि भाजपा का यह आरोप कि कैराना में लोगों को सपा ने भगा दिया, ये आरोप बिल्कुल गलत. अपनी सरकार की तारीफ करते हुए उन्होंने कहा कि हमने सिर्फ डिजिटल इंडिया का वादा नहीं किया, सच में बांटे लैपटॉप हैं.
CM मुआवजे का कर चुके हैं ऐलान
मुख्यमंत्री अखिलेश यादव मथुरा हिंसा में शहीद हुए एसपी मुकुल द्विवेदी और संतोष यादव के घरवालों को मुआवजा देने का ऐलान कर चुके हैं. उत्तर प्रदेश सरकार शहीदों के परिजनों को 50-50 लाख रुपये और सरकारी नौकरी देने की भी घोषणा की है. इसके अलावा दोनों ही पुलिस अफसरों की जितने दिन की नौकरी बची थी, उतने दिन की पूरी तनख्वाह उनकी पत्नियों को दी जाएगी. सीएम ने घोषणा में यह भी कहा गया है कि शहीद पुलिसकर्मियों के रिटायरमेंट की तारीख के बाद उनकी जितनी पेंशन बनती है, उतनी पेंशन उनकी पत्नियों को दी जाएगी. मथुरा पुलिस ने भी शहीद अधिकारियों को अपने वेतन से 26-26 लाख रुपए की मदद देने का ऐलान किया है.
320 लोगों की हुई गिरफ्तार
पुलिस ने इलाके से बड़ी मात्रा में गोला बारूद बरामद किया और 320 लोगों को गिरफ्तार किया. पुलिस के मुताबिक मारे गए लोगों में से 11 की सिलेंडर विस्फोट के चलते झुलसकर मौत हुई थी. अतिक्रमणकारियों ने मौके से हटने से पहले उन झोपड़ियों को आग लगा दी, जहां बम, विस्फोटक और गैस सिलेंडर रखे हुए थे.