नई दिल्ली. क्या देश के धर्मगुरुओं की ये जिम्मेदारी नहीं बनती कि उन्हें दान में जो धन दौलत मिलती है वो जनहित के कामों लगाएं, लोगों के दुख दर्द मिटाने के काम में लगाएं. राधे मां, निर्मल बाबा, स्वामी नित्यानंद और मशहूर ज्योतिष स्वामी वशीष्ठ ये वो लोग हैं जिनके बताए रास्ते पर चलने वाले लाखों भक्त हैं.
इन्हीं लाखों भक्तों की बदोलत ये धर्मगुरू करोड़ों-अरबों की संपत्ति के मालिक बन जाते हैं. इंदौर के अध्यात्मिक गुरु और समाजसेवी भय्यू जी महाराज ने देश के साधु संतों को कुछ दिन पहले चिट्ठी लिखी थी. चिट्ठी में लिखा था कि ये धर्मगुरू अपनी कमाई का हिस्सा देश हित में खर्च करें, सूखा पीड़ित किसानों की मदद करें. समाज के कमजोर तपकों की मदद करनी चाहिए.
इंदौर के अध्यात्मिक गुरु और समाजसेवी भय्यू जी महाराज ने देश के साधु संतों से यही अपील की है. क्या साधु संत भय्यू जी महाराज की अपील को सुनेंगे? इंडिया न्यूज के खास शो ‘टुनाइट विद दीपक चौरसिया‘ में इसी अहम मुद्दे पर पेश है बड़ी बहस.
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