मथुरा. यूपी के मथुरा के जवाहरबाग में हुए बवाल के बाद रविवार को केंद्रीय मंत्री साध्वी निंरजन ज्योति यहां पर पहुंची. इस दौरान उन्हें गेट पर ही रोक दिया गया. इस बात पर साध्वी निरंजन ज्योति ने भड़क गईं और कहा कि जितनी तत्परता आज प्रशासन दिखा रहे है, उतनी अगर पहले दिखायी होती तो आज दो पुलिस अधिकारी शहीद नहीं होते.
‘सरकारी सरंक्षण पर हुआ सब कुछ’
निरंजन ज्योति ने कहा कि बिना सरकारी संरक्षण के दो साल तक लगातर कोई आंदोलन नहीं कर सकता और इतना असलाह नहीं इकट्टठे कर पाता. उन्होंने मुख्यमंत्री अखिलेश यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि वही पुलिस पर आरोप लगा रहे हैं तो पुलिस किसकी है. डीएम पीछले तीन महीने से फोर्स की मांग करता रहे हैं तो फोर्स क्यों नहीं दिया गया. इस सारी हिंसा में मुख्यमंत्री की जवाबदेही बनती है. इतनी गड़बड़ी बिना सरकार के शह के नहीं हो सकती है.
पुलिस वालों पर उठाए सवाल
साध्वी निरंजन ज्योति जवाहर बाग में शहीद हुए एसपी सिटी मुकुल द्विवेदी के घर पहुंचीं. दुखी परिजनों को सांत्वना दी. उन्होंने पत्रकारों से कहा कि ज़मीन कब्जा करने के मामले में कैसे सरकार को पता नहीं चला. इतनी बड़ी संख्या में हथियार जमा हो गये और सरकार को पता तक नहीं चला. उन्होंने कहा कि वो कैसे पुलिस वाले सुरक्षा में तैनात थे, जो एसपी सिटी को घिरा हुआ छोड़कर भाग गये.
‘CBI जांच हो’
केन्द्रीय मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति ने जवाहर बाग कांड के लिए यूपी के कैबिनेट मंत्री शिवपाल यादव को आरोपित किया है. उन्होंने कहा- यह शिवपाल की साजिश है. शिवपाल इस्तीफा दें. उनके खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की जाए. फिर सीबीआई जांच हो.
कई BJP नेताओं को रोका
बता दे, कि मेरठ से बीजेपी के एमपी राजेंद्र अगवाल, कासगंज के एमपी राजू भैया और हाथरस के एमपी राजेश दिवाकर समेत बीजेपी के कई नेता और कार्यकर्ता मथुरा के जवाहर बाग पहुंचे. पुलिस ने जब सांसदों को अंदर जाने से रोका तो बीजेपी नेताओं ने पुलिस के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी.