मथुरा. यूपी के मथुरा में हिंसक झड़प के बीच सिटी एसपी और एसओ समेत 22 लोगों की मौत हो गई है वहीं मथुरा से बीजेपी सांसद हेमा मालिनी इस घटना से बेखबर मुंबई में शुटिंग में व्यस्त थीं.
हेमा मालिनी ने खुद ट्वीट कर शूटिंग की जानकारी दी है. सूत्रों से पता चला है कि बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने उनको फोन पर कड़ी फटकार लगाई जिसके बाद उन्होंने अपने ट्वीट हटा दिए और हिंसा पर दुख भी जताया.
ये थे वो ट्वीट
पहले ट्वीट में उन्होंने लिखा, ‘मैं अभी मथुरा से वापस आई और वहां से हिंसा की ख़बर मिली है जिसमें पुलिसवालों ने अपनी जान गंवाई है.’
दूसरे ट्वीट में उन्होंने लिखा, ‘ जो जगह मुझे इतनी पसंद है वहां से आई ऐसी खबर से मैं काफी दुखी हूं. अगर वहां मेरी जरूरत होगी तो मैं वहां जरूर जाउंगी.’
तीसरे ट्वीट में उन्होंने हिंसा में मारे गए एसपी मुकुल द्विवेदी और एसएचओ संतोष कुमार को श्रद्धांजलि दी.
चौथे ट्वीट में उन्होंने मथुरा के लोगों से शांति बनाए रखने की गुजारिश की.
क्यों भड़की आग?
जवाहर बाग पर कब्जा करने वाले बाबा जय गुरु देव के अनुयायी हैं. इनकी 9 सूत्रिय मांग है, जिसके लिए ये 2 साल पहले दिल्ली जाकर सत्याग्रह करने वाले थे. दिल्ली में जगह नहीं मिलने की वजह से इन्होंने मथुरा के जवाहर बाग में ही अपना डेरा जमा लिया. हालांकि, मथुरा प्रशासन ने इन्हें एक दिन के लिए यहां सत्याग्रह करने की परमिशन दी थी. लेकिन सत्याग्रहियों ने एक दिन बितने के बाद भी यह जगह खाली करने से मना कर दिया. इसके बाद प्रशासन ने इन्हें कई बाद समझाने और जगह खाली करवाने की कोशिश की, लेकिन ये नहीं मानें. इस दौरान इन्होंने कई बार समझाने गए अधिकारियों . इस बीच सत्याग्रहियों ने पुलिस पर पत्थराव के साथ फायरिंग शुरू कर दी. इनका नेता रामवृक्ष यादव है. उसके पैर में भी गोली लगी है.
ये है सत्याग्रहियों की मांग
राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री का चुनाव रद्द किया जाए.
देश में सोने के सिक्कों का प्रचलन किया जाए.
आजाद हिंद फौज के कानून माने जाएं. इसी की सरकार देश में शासन करे.
पेट्रोल और डीजल की कीमत एक रुपए प्रति लीटर की जाए.
गुरु देव का मृत्यु प्रमाण पत्र दिया जाए.
आजाद हिंद बैंक करेंसी से लेन-देन शुरू की जाए.
जवाहरबाग की 270 एकड़ जमीन सत्याग्रहियों को सौंप दी जाए.
सत्याग्रहियों के बीच में पुलिस कोई कार्रवाई न करे.
देश में अंग्रेजों के समय से चल रहे कानून खत्म किए जाएं.
पूरे देश में मांसाहार पर बैन लगाया जाए. मांसाहार करने वालों को सजा दी जाए.