नई दिल्ली. केंद्रीय कानून एवं न्याय मंत्री डीवी सदानंद गौड़ा ने आंतकवाद के झूठ मामलों में मुस्लिमों को फंसाने पर चिंता जाहिर की है. गौड़ा ने एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि मुस्लिमों के खिलाफ आतंक के झूठे केस चलाने जाने पर मैं चिंतित हूं. पहले शक के आधार पर इन्हें पकड़ लिया जाता है. सालों जेल में सड़ाया जाता है. बाद में सबूत ना मिलने पर छोड़ दिया जाता है. केंद्रीय कानून मंत्री गौड़ा अलीगढ़ में मोदी सरकार की 2 साल की उपलब्धियों को बताने के लिए मनाए जा रहे ‘विकास पर्व कार्यक्रम में शामिल होने के लिए आए थे.
सदानंद गौड़ा ने इस मौके पर कहा कि आतंक के झूठे आरोपों से बचाने के लिए समुदाय विशेष के लोगों के लिए कानूनी संशोधनों पर विचार हो रहा है और इसमें बदलाव पर विचार किया जा रहा है. गौड़ा ने कहा कि आतंक के झूठे आरोपों के आधार पर मुस्लिम युवाओं को गिरफ्तार करना काफी चिंताजनक है. मोदी सरकार इसमें बदलाव का सोच रही है. कानून मंत्रालय इन मामलों की कानूनी प्रक्रिया में बदलाव लाने के लिए रिपोर्ट तैयार कर रहा है. उन्होंने बताया कि सुप्रीम कोर्ट के जज के नेतृत्व में यह रिपोर्ट तैयार की जा रही है. साथ ही कई कानून विशेषज्ञ भी रिपोर्ट को बनाने में मदद कर रहे हैं.
विकास पर्व कार्यक्रम में पत्रकारों के द्वारा मुस्लिम युवाओं पर आतंके के झूठे आरोप के सवाल पर गौड़ा ने बातें कहीं. बता दें कि कि कुछ दिनों पहले केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा था कि सरकार आतंकी घटनाओं की जांच के दौरान पुलिस द्वारा सभी संदिग्धों पर आरोप लगाने के बजाय अधिक संवेदनशील तरीके अपनाए जाने के पक्ष में है.