राजन पर फिर बरसे स्वामी, बोले- अमेरिकी एजेंट को हटाएं मोदी

बीजेपी के चर्चित सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने एक बार फिर रिजर्व बैंक के गवर्नर रघुराम राजन पर हमला बोलते हुए कहा है कि वो अमेरिकी एजेंट हैं. स्वामी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से राजन को जल्द से जल्द पद से हटाने की मांग की है.

Advertisement
राजन पर फिर बरसे स्वामी, बोले- अमेरिकी एजेंट को हटाएं मोदी

Admin

  • May 27, 2016 5:28 am Asia/KolkataIST, Updated 9 years ago
नई दिल्ली. बीजेपी के चर्चित सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने एक बार फिर रिजर्व बैंक के गवर्नर रघुराम राजन पर हमला बोलते हुए कहा है कि वो अमेरिकी एजेंट हैं. स्वामी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से राजन को जल्द से जल्द पद से हटाने की मांग की है.
 
स्वामी ने राजन पर अन्य बातों के अलाव राष्ट्रीय सुरक्षा हितों की अवमानना करने का आरोप लगाया. प्रधानमंत्री को लिखे पत्र में स्वामी ने एक सरकारी अधिकारी के रूप में राजन और उनके तौर-तरीकों के विरुद्ध छह आपत्तियां दर्ज की हैं.
 
‘BJP सरकार का सार्वजनिक अपमान किया’
स्वामी ने राजन पर अन्य आरोपों के अलावा ब्याज दर बढ़ाने (जिसके कारण स्वामी के मुताबिक मंदी पैदा हुई), गोपनीय और संवेदनशील वित्तीय सूचनाएं दुनियाभर में विभिन्न लोगों को देने और बीजेपी सरकार का सार्वजनिक तौर पर अपमान करने का आरोप लगाया. 
 
स्वामी का पत्र
स्वामी ने लिखा, “राजन के ब्याज दर बढ़ाने पर जोर देने से घरेलू लघु और मध्यम उद्योगों में मंदी पैदा हुई और इसके कारण न सिर्फ उत्पादन घटा, बल्कि अर्ध कुशल श्रमिकों में बड़े पैमाने पर बेरोजगार पैदा हुई.” स्वामी ने राजन पर भारत सरकार के संवेदनशील और उच्चस्थ पद पर रहने के बावजूद अमेरिकी ग्रीन कार्ड रखने, शरिया अनुरूप वित्तीय संस्थान स्थापित करने पर बल देने और अमेरिकी वर्चस्व वाले ‘ग्रुप ऑफ 30’ का सदस्य होने का भी आरोप लगाया.
 
 
गत महीने राज्यसभा सदस्य नामित होने के बाद से स्वामी लगातार राजन पर हमला कर रहे हैं. 16 मई को भी स्वामी ने मोदी को एक पत्र लिखकर राजन को पद से हटाने का सुझाव देते हुए कहा था कि वह मानसिक तौर पर पूरी तरह भारतीय नहीं हैं.
 
12 मई को भी स्वामी ने राजन पर देश में महंगाई और बेरोजगारी बढ़ाने का आरोप लगाते हुए उन्हें तत्काल पद से हटाने की मांग की थी. बता दें कि राजन का कार्यकाल तीन सितंबर को समाप्त हो रहा है. आरबीआई गवर्नर पद पर उन्हें संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (यूपीए) सरकार ने नियुक्त किया था.

Tags

Advertisement