दो साल देश मांगे हिसाब, किसका साथ और कहां है विकास: कांग्रेस

मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस पार्टी ने गुरुवार को नरेंद्र मोदी सरकार के दो सालों के कार्यकाल को निराशाजनक बताया. पार्टी ने आरोप लगाया कि सरकार अर्थव्यवस्था में सुधार सहित सभी मोर्चे पर विफल रही. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने सरकार के दो साल पूरे होने के अवसर पर चुटकी लेते हुए कहा, "दो साल देश मांगे हिसाब, किसका साथ और कहां है विकास.

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दो साल देश मांगे हिसाब, किसका साथ और कहां है विकास: कांग्रेस

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  • May 26, 2016 9:11 am Asia/KolkataIST, Updated 9 years ago
नई दिल्ली. मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस पार्टी ने गुरुवार को नरेंद्र मोदी सरकार के दो सालों के कार्यकाल को निराशाजनक बताया. पार्टी ने आरोप लगाया कि सरकार अर्थव्यवस्था में सुधार सहित सभी मोर्चे पर विफल रही. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने सरकार के दो साल पूरे होने के अवसर पर चुटकी लेते हुए कहा, “दो साल देश मांगे हिसाब, किसका साथ और कहां है विकास. यह सरकार विज्ञापनों पर जीवित है. सरकार अर्थव्यवस्था में जान-फूंकने में पूरी तरह से विफल रही. रुपया का मूल्य गिर रहा है, महंगाई बढ़ रही है और रोजगार सृजन निम्नतम स्तर पर पहुंच गया है.
 
‘रोजगार का क्या हुआ?’
आजाद ने कहा कि प्रधानमंत्री ने हर साल 10 करोड़ लोगों के लिए रोजगार का वादा किया था, लेकिन रोजगार सृजन की दर सालाना केवल 1.32 लाख है.” राज्यसभा में विपक्ष के नेता ने कहा, “दो साल निराशानजक रहे. सरकार की बड़ी उपलब्धियों में सामाजिक तनाव, बीजेपी नेताओं को उकसाना, अनावश्यक विवाद और सामूहिक हिंसा शामिल हैं.” 
 
‘सरकारी की विदेश नीति असंगत रही’
आजाद ने कहा मोदी सरकार सरकारी की विदेश नीति की आलोचना करते हुए कहा कि यह असंगत रही है, खासकर पाकिस्तान और चीन के संदर्भ में. एनडीए सरकार के दो साल पूरे होने पर कहा, “पाकिस्तानी बल पिछले दो सालों में जम्मू एवं कश्मीर में 1,000 बार संघर्षविराम का उल्लंघन कर चुके हैं,” उन्होंने कहा, “ऐसा पहले कभी नहीं हुआ.” आजाद ने कहा, “गुरदासपुर हमला, पठानकोट में भारतीय वायुसेना के अड्डे पर हमला और कई अन्य हमले सरकार की विफल विदेश नीति के उदाहरण हैं.”
 

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