अहमदाबाद. रेप के आरोप में जोधपुर जेल में बंद आसाराम और उनके बेटे नारायण साई मामले में एक नया खुलासा सामने आया है. यह खुलासा शार्प शूटर और आसाराम का शिष्य रह चुका कार्तिक हल्दर ने किया है. दरअसल, पिछले दिनों गुजरात क्राइम ब्रांच की गिरफ्त में आए हल्दर ने पूछताछ के दौरान बताया है कि गवाहों की हत्या कराने और AK 47 खरीदने के लिए पूरे देश से आसाराम के सेवकों ने 25 लाख रुपए इकट्ठा किए थे.
हल्दर का खुलासा
हल्दर ने बताया है कि उसे आसाराम के खिलाफ गवाही देने वालों को खत्म करने का आदेश दिया गया था. इसके लिए साधकों ने देश भर से 25 लाख में से 15 लाख रुपए AK 47 खरीदने के लिए झारखंड के रहने वाले दामोदर सिंह नाम को दिए गए थे. सिंह ने दो बैरल गन और 40 कारतूस प्रोवाइड कराए गए थे. जिनका इस्तेमाल पिछले साल मुजफ्फरनगर में अखिल गुप्ता के मर्डर में किया गया था.
ACP के मर्डर की साजिश
इसके अलावा हल्दर ने यह भी बताया है कि रेप मामले की जांच कर रहे जोधपुर की असिस्टेंट कमिश्नर ऑफ पुलिस चंचल मिश्रा के भी मर्डर की साजिश रची गई थी. वह आसाराम से सख्ती से बात करती थी, इसलिए उसे बम से उड़ाने का प्लान था.
30 पेज का स्टेटमेंट रिकॉर्ड
डिटेक्शन ऑफ क्राइम ब्रांच (DCB) अहमदाबाद के अनुसार, हल्दर का 30 पेज का स्टेटमेंट रिकॉर्ड किया है. इसमें इस शार्प शूटर ने तीन अहम गवाहों की हत्या की बात मानी है. साथ ही चार अन्य गवाहों के मर्डर की कोशिश की बात भी बताई है. पुलिस के मुताबिक हल्दर ने बताया है कि फंड गौ मूत्र की सप्लाई कर इकट्ठा किया गया. जिसेआसाराम और नारायण साई के बैंक अकाउंट्स में डिपोजिट किया गया. फंड का इस्तेमाल चश्मदीदों को मारने में किया जाना था. हल्दर ने अहमदाबाद के मोटेरा आश्रम में अपनी लाइफ के बारे में भी डिटेल से जानकारी दी है.
गवाही देने वालों पर जानलेवा हमला
बता दें कि आसाराम के खिलाफ गवाही देने के चलते अमृत प्रजापति, अखिल गुप्ता और कृपाल सिंह को मौत के घाट उतार दिया गया था. इसके अलावा चार अन्य पर भी जानलेवा हमला कराया गया था.