चेन्नई. जे. जयललिता ने सोमवार को तमिलनाडु के मुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली है. मुख्यमंत्री के रुप में उन्होंने लगातार दूसरी बार शपथ ली है. राज्य के इतिहास में 32 साल बाद ऐसा हुआ कि कोई पार्टी लगातार दूसरी बार सत्ता में आई हो. मद्रास यूनिवर्सिटी सेंटिनरी ऑडिटोरियम में आयोजित हुए समारोह में जयललिता के साथ उनके 28 विधायकों ने भी कैबिनेट मंत्री पद की शपथ ली. जयललिता शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए सुबह करीब साढ़े 11 बजे घर से निकलीं.
ऐसी है कैबिनेट
जयललिता की कैबिनेट में कुल 15 मंत्री ग्रेजुएट हैं, इनमें से 12 मौजूदा कैबिनेट से ही चुने गए हैं, जिनमें से सात को वही मंत्रालय सौंपे गए हैं. कैबिनेट में 13 नए चेहरे होंगे. जयललिता को मिलाकर कुल चार महिलाएं शामिल हैं. कैबिनेट में तीन डॉक्टर और तीन वकील भी शामिल हैं.
छठी बार ली शपथ
68 साल की जयललिता ने अपने चौथे कार्यकाल के लिए शपथ ली है. उनका पहला कार्यकाल 1991 से 96 के बीच था जबकि दूसरा कार्यकाल 2001 से 2006 और तीसरा 2011 से 2016 के बीच रहा. तांसी मामले में सुप्रीम कोर्ट द्वारा अयोग्य ठहराए जाने के कारण वह सितंबर 2001 से करीब छह महीने तक पद से दूर रही थीं. 29 सितंबर 2014 से 22 मई 2015 के बीच एक बाद फिर वह पद से दूर रहीं. इस बार भ्रष्टाचार के एक मामले में बेंगलुरू की एक अदालत द्वारा दोषी करार दिए जाने के कारण उन्हें कुर्सी छोड़नी पड़ी. बाद में कर्नाटक हाईकोर्ट ने उस फैसले को खारिज कर दिया था.
2011 का हाल
2011 में जयलिलता ने डीएमके को करारी हार देते हुए 150 सीटें हासिल की थीं. 2011 डीएमके हिस्से 23 सीटें आई थी. वहीं विजयकांत की पार्टी को 29 सीटें मिली थीं.