नई दिल्ली. एलडीएफ की बैठक में काफी रसाकसीं के बाद केरल के मुख्यमंत्री के तौर पर 72 साल के पिनारयी विजयन के नाम पर आम सहमति बन गई है. पी विजयन अब राज्य के अगले मुख्यमंत्री होंगे. जिस समय केरल के सीएम पद पर विजयन के नाम का ऐलान किया गया 92 साल के वरिष्ठ नेता अच्युतानंद सीपीएम मुख्यालय को छोड़कर बाहर निकल गए.
केरल में चुनाव प्रचार से पहले सीएम पद के दावेदारी के लिए एक तरह से भ्रम की स्थिति बनी हुई थी. विजयन और अच्युतानंदन खेमा एक दूसरे का विरोध कर रहा था. हालांकि पोलित ब्यूरो के दखल के बाद ये तय हुआ कि चुनाव प्रचार की कमान 92 साल के अच्युतानंदन संभालेंगे.
मुख्यमंत्री पद पर आम सहमति बनाने के लिए सीपीएम महासचिव सीता राम येचुरी प्रकाश करात की मौजूदगी में राज्य के वरिष्ठ आम नेताओं की बैठक हुई. जिसमें अच्युतानंदन की जगह पर पी विजयन के हाथ में राज्य की कमान सौंपने का फैसला किया गया. विजयन लंबे समय से अच्युतानंदन के प्रतियोगी माने जाते रहे हैं. पार्टी ने पहले भी उन्हें राज्य में अपने गंठबंधन का चेहरा बनाने पर विचार किया था.
72 वर्षीय विजयन पार्टी पोलित ब्यूरो के सदस्य होने के साथ ही माकपा की राज्य इकाई के सचिव भी हैं. वे 2002 से पोलित ब्यूरो के सदस्य हैं. विजयन को जमीन से जुड़े नेता के तौर पर देखा जाता है. पार्टी की कार्यशैली के साथ उनका कार्यकर्ताओं से बेहतर सामंजस्य भी रहा है.