बाराबंकी. उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जिले में भड़के सांप्रदायिक दंगे के तीसरे दिन भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की ओर से जांच करने जा रहे पार्टी नेता व पूर्व डीजीपी बृजलाल और पूर्व आईजी राजेश राय को बाराबंकी पुलिस ने सोमवार को गिरफ्तार कर लिया.
दोनों नेताओं को लखनऊ-फैजाबाद हाईवे पर अहमदपुर टोल प्लाजा से गिरफ्तार कर पुलिस लाइन लाया गया, ताकि ‘आग में घी न पड़ जाए’. सूचना पाकर पार्टी के पूर्व एमएलसी और जिलाध्यक्ष समेत कई पदाधिकारी वहां जुट गए.
दोनों नेताओं की गिरफ्तारी के विरोध में बीजेपी कार्यकर्ताओं ने सिविल लाइन चौराहे पर मुख्यमंत्री का पुतला फूंकने का प्रयास किया, मगर पुलिस ने पुतला छीन लिया. कार्यकर्ता तुरंत दूसरा पुतला ले आए, जिसे छीनने को लेकर उन्होंने पुलिसकर्मियों के साथ जमकर धक्का-मुक्की की.
पुलिस ने हालात बेकाबू होते देख लाठीचार्ज कर दिया, जिससे रामबाबू द्विवेदी समेत दो कार्यकर्ता घायल हो गए. इसके बावजूद आक्रोशित कार्यकर्ताओं ने चौराहे पर पुतला फूंका. बाद में पुलिस ने बृजलाल और राजेश राय को निजी मुचलके पर छोड़ दिया.
आजमगढ़ जिले के निजामाबाद थाना क्षेत्र के खोदादपुर में शनिवार की रात मामूली झगड़े ने सांप्रदायिक दंगे का रूप ले लिया. फरिहा से सरायमीर तक का इलाका रविवार सुबह से ही पुलिस छावनी में तब्दील हो चुकी है. अर्धसैनिक बलों की 14 कंपनियां इलाके में मार्च कर रही हैं.