नई दिल्ली. अगस्ता वेस्टलैंड हेलीकॉप्टर डील मामले में घूसखोरी के आरोपों की जांच कर रही सीबीआई ने एसपी त्यागी और पूर्व वायुसेना उप प्रमुख जेएस गुजराल को पूछताछ के लिए तलब किया है. वहीं प्रर्वतन निदेशालय ने पूर्व वायुसेना प्रमुख एसपी त्यागी को पेश होने के लिए समन जारी किया है.
ईडी मामले में मनी लॉन्ड्रिंग की जांच करी है. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सीबीआई ने जहां जेएस गुजराल को शनिवार को पूछताछ के लिए उपस्थित होने को कहा है. वहीं एसपी त्यागी से सोमवार को पूछताछ की जाएगी.
बता दें कि त्यागी और गुजराल से सीबीआई 2013 में भी लंबी पूछताछ कर चुकी है. लेकिन नए दौर के पूछताछ की आवश्यकता एक इतालवी अदालत के सात अप्रैल के आदेश के बाद हुई.
पूछताछ के लिए CBI ने किए सवाल तैयार
इटली के कोर्ट के फैसले में कई जगह एसपी त्यागी का नाम आया है. इस फैसले की प्रति मिलने के बाद सीबीआई ने त्यागी और गुजराल से पूछताछ के लिए सवाल तैयार कर लिए हैं.
2005 से 2007 के दौरान वायुसेना प्रमुख रहे एसपी त्यागी पर हेलीकॉप्टर की उड़ान की ऊंचाई की शर्तों में बदलाव करने का आरोप है. हालांकि पूर्व वायुसेना प्रमुख आरोपों से इनकार करते रहे हैं. उनका कहना है कि यह फैसला सरकार के स्तर पर संयुक्त रूप से लिया गया था.
ED ने मामले में पहली बार किया तलब
वहीं ईडी की ओर से पहली बार एसपी त्यागी को तलब किया गया है. सूत्रों की मानें तो त्यागी को अगले हफ्ते पेश होने के लिए कहा गया है. हालांकि आधिकारिक तौर पर इसकी पुष्टि नहीं हो सकी है.
एसपी त्यागी पर एस धन शोधन रोकथाम अधिनियम (पीएमएलए) के नियमों के तहत यह समन जारी किया गया है. बता दें कि इस डील के संबंध में ईडी ने 2014 में पीएमएलए के तहत केस दर्ज किया था. जिसमें त्यागी समेत 21 लोगों के नाम हैं.
क्या है मामला?
यूपीए-1 सरकार के वक्त 2010 में अगस्ता वेस्टलैंड से वीवीआईपी के लिए 12 हेलिकॉप्टरों की खरीद की डील हुई थी. डील के तहत मिले 3 हेलिकॉप्टर आज भी दिल्ली के पालम एयरबेस पर खड़े हैं. इन्हें इस्तेमाल में नहीं लाया गया. डील 3,600 करोड़ रुपए की थी.
टोटल डील का 10% हिस्सा रिश्वत में देने की बात सामने आई थी. इसके बाद यूपीए सरकार ने फरवरी 2010 में डील रद्द कर दी थी. तब एयरफोर्स चीफ रहे एसपी त्यागी समेत 13 लोगों पर केस दर्ज किया गया था. जिस मीटिंग में हेलिकॉप्टर की कीमत तय की गई थी, उसमें यूपीए सरकार के कुछ मंत्री भी मौजूद थे. इस वजह से कांग्रेस पर भी सवाल उठे थे.