नई दिल्ली. बॉर्डर सिक्युरिटी फोर्स (बीएसफ) अटारी-वाघा बॉर्डर पर 2017 तक सबसे ऊंचा तिरंगा लगाने की योजना बना रहा है. बीएसएफ के एक अधिकारी ने कहा कि यह इतना ऊंचा होगा कि लाहौर और अमृतसर से भी साफ देखा जा सकेगा. बीएसएफ के पंजाब फ्रंटियर के कार्यवाहक इंस्पेक्टर जनरल अशोक कुमार यादव ने बताया कि इस तिरंगे की ऊंचाई करीब 350 फीट होगी. अधिकारी ने बताया कि बीसएफ मशहूर रिट्रीट सेरेमनी वाली जगह के करीब बने विजिटर्स गैलरी का विस्तार करने की योजना बना रहा है. झंडा लगाने की योजना उसी पहल का हिस्सा है.
‘देश का सबसे बड़ा तिरंगा होगा’
इंस्पेक्टर जनरल ने कहा कि अमृतसर और लाहौर इंटरनेशनल बॉर्डर से करीब 18 किमी दूर हैं. इतनी ज्यादा ऊंचाई पर तिरंगा लगाने के लिए इसका साइज अनुपात के मुताबिक होना चाहिए. ये सबसे बड़ा तिरंगा होगा. रिट्रीट सेरेमनी के वक्त देशभक्ति का माहौल होता है. भीड़ भी बहुत उत्साहित होती है. यह झंडा उनका उत्साह बढ़ाएगा.
‘मौसम को ध्यान में रखकर बनाया जाएगा तिरंगा’
बीएसएफ के सीनियर पब्लिक रिलेशन ऑफिसर डीआईजी आरएस कटारिया ने कहा कि अटारी-वाघा बॉर्डर सीमा पर झंडे को लगाने के लिए एक प्लेटफॉर्म बनाया जाएगा. मौसम के हालात का भी ख्याल रखना होगा. इसके आसपास सीसीटीवी कैमरे भी लगाए जाएंगे. अधिकारियों का कहना है कि तिरंगा को बनाने में इस्तेमाल होने वाले मटीरियल पर भी चर्चा होनी बाकी है क्योंकि इतनी ज्यादा ऊंचाई पर बारिश और तेज हवाओं से झंडे को नुकसान पहुंचने का खतरा बना रहेगा.
बता दें कि वर्तमान में सबसे ऊंचा तिरंगा झारखंड के रांची में है. इसकी ऊंचाई करीब 293 फीट है. जनवरी में इस झंडे को रक्षामंत्री मनोहर पर्रिकर ने फहराया था. इससे पहले सबसे ऊंचे तिरंगा का रिकॉर्ड फरीदाबाद शहर के पास था. यहां 250 फीट की ऊंचाई पर तिरंगा लगा है.