नई दिल्ली: दिल्ली के चिड़ियाघर से सोमवार को एक दुखद खबर सामने आई. 17 साल की मादा बाघ जिसका नाम ‘वीना रानी’ की मृत्यु हो गई है. रिपोर्ट के अनुसार रविवार को वीना रानी ने अचानक खाना बंद कर दिया, जिसके बाद चिड़िया घर मैनेजमेंट ने वीना का ब्लड प्रेशर के अलावा अन्य टेस्ट कराया. वीना रानी की रिपोर्ट बनकर जब सोमवार शाम को आई, जिसमें हेपेटाइटिस के लक्ष्ण पाए गए थे. तमाम कोशिशों के बाद भी वीना रानी की हालत में कोई सुधार नहीं आया. इससे चिड़िया घर मैनेजमेंट की काफी परेशानी बढ़ रही थी.
चिड़िया घर मैनेजमेंट का कहना है कि वीना रानी ने अपनी पूरी जिंदगी बिताई है. वीना के पिता का नाम लक्ष्मण और मां का नाम यमुना था, चिड़िया घर में पहले 2 जोड़े सफेद बाघ थे, लेकिन छह महीने पहले नर सफेद बाघ विजय की मौत हो गई. तब से रानी बाड़े में अकेले जीवन बिता रही थी. आपको बता दें कि यह वही बाघ था जिसने साल 2014 में अपने बाड़े के अंदर गिरे मकसूद नाम के शख्स को मार दिया था. अब वीना रीनी की मौत होने के बाद चिड़िया घर में कुल तीन बाघ ही बचे हैं।
चिड़ियाघर की निदेशक आकांक्षा महाजन का कहना है कि वीना रानी ने रविवार को कुछ भी नहीं खाया था. इसके बाद एक टीम ने उसे देख रेख कर रहे थे. जब सोमवार को उसका ब्लड सैंपल सामने आई, जिसमें हेपेटाइटिस के गुण पाए गए थे. उन्होंने कहा कि आमतौर पर सफेद बाघ की जिंदगी 14 से 18 वर्ष तक रहता है, लेकिन ठीक देखभाल होने की वजह से वीना रानी 17 वर्षों तक जीवित रही.
कारगिल युद्ध के साजिशकर्ता थे मुशर्रफ, 1965 में भारत के खिलाफ लड़े थे युद्ध
Parvez Musharraf: जानिए क्या है मुशर्रफ-धोनी कनेक्शन, लोग क्यों करते हैं याद