नई दिल्ली. इस हफ्ते हिंदुस्तान के लिए सबसे बड़ी खुशखबरी है राफेल विमान. राफेल आसमान पर हिंदुस्तान की बादशाहत का परचम और भी बुलंद करने में अपना बड़ा योगदान दे सकता है. फ्रांस के राफेल विमानों की डील पर अंतिम मुहर लगने के बाद एशिया के आसमान पर हिंदुस्तान की बादशाहत और मजबूत हो गई है.
‘राफेल’ भारत के लिए क्यों जरूरी है?
भारतीय वायु सेना के बेड़े में दरअसल जो विमान शामिल हैं. एक तो वो पुराने हो चुके हैं. दूसरे तकनीक और ताकत के मामले में राफेल के आगे वो कहीं नहीं ठहरते. लेकिन राफेल अपनी ताकत से हिंदुस्तानी सेना को एशिया में सबसे मजबूत बना देगी.
राफेल क्यों है खास
दिल्ली से लाहौर की हवाई दूरी महज 421 किलोमीटर है. राफेल को दिल्ली से लाहौर पहुंचाने और बमबारी कर लौटने में आधे घंटे से भी कम वक्त लगेगा. दिल्ली से पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद की दूरी करीब 691 किलोमीटर है. 45 मिनट में राफेल पाकिस्तानी राजधानी में कोई भी ऑपरेशान अंजाम देकर वापस दिल्ली लौट सकता है. दिल्ली से कराची की हवाई दूरी करीब 1078 किलोमीटर है, राफेल एक घंटे के अंदर कराची में हमला बोल वापस दिल्ली पहुंच जाएगा. वहीं चीन के पास लड़ाकू विमान हिंदुस्तान के मुकाबले में कम है. एशिया में चीन की ताकत को रोकन में राफेल मददगार साबित हो सकता है.
इंडिया न्यूज के शो ‘इस हफ्ते‘ में देखिए क्यों राफेल विमान भारत के लिए इतना जरुरी है?