कोलकाता. पश्चिम बंगाल में 56 विधानसभा क्षेत्रों के लिए रविवार को दूसरे चरण का मतदान शुरू हो गया. ये विधानसभा क्षेत्र सात जिलों में पड़ते हैं. मतदान सुबह सात बजे शुरू हुआ और शाम छह बजे तक जारी रहेगा. इस चरण में करीब 1.22 करोड़ मतदाता मिलकर 383 उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला कर रहे हैं, जिनमें से 33 उम्मीदवार महिलाएं हैं. मतदान 13,645 मतदान केंद्रों पर हो रहा है.
अलीपुरद्वार जिले में पांच निर्वाचन क्षेत्र, जलपाईगुड़ी में सात, उत्तरी दिनाजपुर में नौ, दार्जिलिंग व दक्षिणी दिनाजपुर में छह-छह और मालदा में 12 निर्वाचन क्षेत्र हैं. बीरभूम स्थित दक्षिण बंगाल जिले के 11 निर्वाचन क्षेत्रों में इस चरण में मतदान हो रहा है.
इस मतदान में स्टार प्रचारकों की है टक्कर
2011 में विधानसभा चुनावों में तत्कालीन गठबंधन तृणमूल और कांग्रेस को 18-18 सीटें मिली थीं, जबकि वाम मोर्चा को केवल 15 सीटें मिली थीं. तृणमूल 55, भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) 53, कांग्रेस 23 और वाम मोर्चा 34 और गोरखा जनमुक्ति मोर्चा (जीजेएम) तीन सीटों पर चुनाव लड़ रहा है. इन चुनावों में स्टार निर्वाचन क्षेत्र दार्जिलिंग जिले का सिलीगुड़ी है, जहां से पूर्व भारतीय फुटबॉल कैप्टन व तृणमूल के उम्मीदवार बाइचुंग भूटिया पूर्व राज्य मंत्री और मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के दिग्गज नेता अशोक भट्टाचार्य एक-दूसरे को टक्कर दे रहे हैं.
मालदा पर हैं सबकी निगाहें
मालदा जिले के सुजापुर पर भी लोगों की निगाहें रहेंगी, जहां से कांग्रेस के दिवंगत नेता ए.बी.ए. घनी खान चौधरी के दो रिश्तेदार चुनाव मैदान में हैं. चौधरी के छोटे भाई अबू नासिर खान चौधरी तृणमूल के उम्मीदवार हैं और वह अपने भतीजे इशा खान चौधरी को टक्कर दे रहे हैं, जो कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं.
छह चरणों में होना है चुनाव
अब तक 294 निर्वाचन क्षेत्रों में से 49 में मतदाताओं ने चार व 11 अप्रैल को प्रथम चरण के तहत मतदान किया है. पश्चिम बंगाल में छह चरणों में चुनाव होना है. बाकी चरणों का चुनाव 21, 25, 30 अप्रैल और पांच मई को होना है.