नई दिल्ली. कर्ज नहीं चुकाने के मामले में फंसे उद्योगपति विजय माल्या के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय यानि ईडी ने शिंकजा कसना शूरू कर दिया है. ईडी ने विदेश मंत्रालय से सिफारिश करके विजय माल्या का पासपोर्ट को निलंबित कर दिया है. आईडीबीआई बैंक लोन और मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में विजय माल्या को पिछले हफ्ते कोर्ट में पेश होना था, पर माल्या पेश न होकर मई तक की मोहलत मांगता रहे. फिलहाल अब प्रवर्तन निदेशालय ने विजय माल्या को लेकर कड़ा रूख अख्तियार कर लिया है.
UK की नागरिकता हो सकती रद्द
पासपोर्ट जब्त होने की सूरत में विजय माल्या के पास बचने का कोई रास्ता नहीं होगा. पासपोर्ट जब्त होने पर विजय माल्या अवैध नागरिक कहलाएंगे और उनकी यूके की नागरिकता रद्द हो जाएगी. इन हालातों में यूके की सरकार विजय माल्या का प्रत्यर्पण भी कर सकती है. प्रत्यर्पण से बचने के लिए विजय माल्या को खुद पेश होना होगा. बता दें कि 3 बार समन देने के बावजूद माल्या ईडी के सामने पेश नहीं हुए हैं जिसके चलते पासपोर्ट जब्त करने की मांग की गई है. आपको बता दें कि माल्या ने ईडी से पेश होने के लिए मई तक का समय मांगा है.
9000 करोड़ के कर्ज में डूबे हैं माल्या
विजय माल्या, किंगफिशर एयरलाइंस, युनाइटेड ब्रेवेरीज होल्डिंग्स और किंगफिशर फिनवेस्ट इंडिया ने सुप्रीम कोर्ट में लोन चुकाने के लिए ऑफर के दस्तावेज जमा किए थे. गौरतलब हो कि विजय माल्या और किंगफिशर एयरलाइंस ने 17 बैंको से 9000 करोड़ का कर्ज लिया था.
माल्या अब भी विदेश में
अदालत द्वारा बैंक से माल्या के मौजूदा ठिकानों के बारे में पूछे जाने पर बैंक ने कहा कि माल्या अब भी विदेश में हैं और भारत से लंदन जाने के बाद उन्होंने बैंक के अधिकारियों के साथ दो वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए दो मुलाकातें की हैं. माल्या और किंगफिशर एयरलाइंस पर बैंकों के गठजोड़ का 9,000 करोड़ रुपये का कर्ज बकाया है. अकेले एसबीआई को ही कंपनी से 1,600 करोड़ रुपये से अधिक वसूलने हैं.