भोपाल. डॉ. भीमराव अम्बेडकर की 125वीं जयंती के अवसर पर जहां एक ओर पूरा देश के कई हिस्सों में उन्हें याद कर श्रद्धांजलि दी जा रही है. वहीं दूसरी ओर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज से देशव्यापी ‘ग्रामोदय से भारत उदय अभियान’ का आगाज करेंगे. यह अभियान तीन चरणों में किया जाऐगा. पीएम मोदी इस अभियान की शुरुआत अम्बे डकर की जन्मस्थली महू से करेंगे.
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक मध्यप्रदेश में यह अभियान 14 अप्रैल से 24 अप्रैल तक चलेगा. अभियान का लक्ष्य पंचायती राज व्यवस्था को सुदृढ़ करके गांवों में सामाजिक समरसता बढ़ाना, ग्रामीण विकास को बढ़ावा देना, किसानों की प्रगति और गरीब लोगों की आजीविका के लिए, राष्ट्रव्यापी प्रयास करना है. इस दौरान संपूर्ण देश की पंचायतें इस अभियान को चलाएंगी.
अभियान का पहला चरण
अभियान के पहले चरण का शंकनाद करते हुए पीएम मोदी अम्बे डकर को याद कर श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे. इसके बाद 14 अप्रैल से 16 अप्रैल तक सभी ग्राम पंचायतों में बाबा साहब अम्बेडकर की 125वीं जयंती के उपलक्ष्य में ग्रामवासी डॉ. अम्बेलडकर के प्रति श्रद्धा व्यक्त करेंगे और सामाजिक समरसता को मजबूत करने का संकल्प लेंगे. इस दौरान बाबा साहब के जीवन और राष्ट्रीय एकता के उनके विचारों पर चर्चा की जायेगी और बाबा साहब से संबंधित साहित्य का वितरण किया जाएगा. इस बीच सरकार द्वारा संचालित योजनाओं की जानकारी दी जाएगी. इस दौरान प्रदर्शनियां भी लगाई जाएंगी.
अभियान का दूसरा चरण
अभियान का दूसरा चरण ग्राम किसान सभा के रूप में 17 से 20 अप्रैल तक आयोजित किया जायेगा. इस दौरान हर ग्राम पंचायत में किसान सभा का आयोजन किया जाएगा. किसान सभा में कृषि क्षेत्र की योजनाओं के संबंध में जानकारी दी जाएगी. कृषि को बढ़ावा देने के लिए किसानों से सुझाव भी लिए जाएंगे
अभियान का तीसरा चरण
अभियान के तीसरे और अंतिम चरण में 21 से 24 अप्रैल तक ग्राम सभाएं आयोजित की जायेगी. राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस मनाने के लिए, प्रत्येक ग्राम पंचायत में 21 अप्रैल से 24 अप्रैल के बीच किसी भी दिन ग्राम सभा का आयोजन किया जायेगा. 24 अप्रैल को जमशेदपुर में पंचायती राज दिवस मनाया जायेगा. राष्ट्रीय स्तर के इस कार्यक्रम में देश के सभी राज्यों से लगभग 3,000 पंचायत प्रतिनिधि भाग लेंगे.
मुख्यमंत्री चौहान ने किया निरीक्षण
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इससे पहले मुख्यमंत्री चौहान महू में बाबा साहब अम्बेडकर की जन्म-स्थली का निरीक्षण किया था. इस दौरान उन्होंने कहा कि बाबा साहब की 125वीं जयंती संयुक्त राष्ट्र संघ में भी मनायी जा रही है. यह उनके चमत्कारिक व्यक्तित्व के कारण संभव हुआ है. उन्होंने यह भी कहा कि बाबा साहब की जन्म-स्थली पर उनके जन्म-दिवस कोई प्रधानमंत्री पहली बार पुष्पांजलि अर्पित करने के लिये आयेंगे.