नई दिल्ली. कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने श्रीनगर में राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआईटी) के छात्रों के खिलाफ बल प्रयोग की निंदा की. राहुल गांधी ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर लिखा, “कृपया छात्रों की सुनें और उनकी समस्याओं तथा चिंताओं को समझने की कोशिश करें. धौंस दिखाकर उन्हें वश में करने का प्रयास न करें.”
उन्होंने लिखा, “मैं एनआईटी श्रीनगर के छात्रों पर हुए लाठीचार्ज की कड़े शब्दों में निंदा करता हूं. बीजेपी और उसके सहयोगी कब समझेंगे कि छात्रों के खिलाफ बल प्रयोग से कभी किसी समस्या का समाधान नहीं निकल सकेगा?”
एनआईटी परिसर में तनाव भारत-वेस्टइंडीज के बीच हुए टी-20 मैच के दिन से ही व्याप्त है. परिसर में मंगलवार की देर रात केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की तैनाती की गई. हालात का जायजा लेने के लिए वहां केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय (एचआरडी) की एक टीम भी भेजी गई है.
क्या था मामला?
NIT कैम्पस में 31 मार्च को तनाव शुरु हुआ जब कुछ कश्मीरी छात्रों ने टी 20 वर्ल्डकप के सेमीफाइनल मुकाबले में भारत पर वेस्टइंडीज की जीत की खुशी में पटाखे जलाए. इसके अगले दिन कुछ छात्रों ने शुक्रवार की नमाज अदा करके लौट रहे कश्मीरी छात्रों की पिटाई कर दी. सुरक्षाबलों ने कैम्पस में छात्रों के दो गुटों को खदडऩे के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े. इसके बाद ‘भारत माता की जय’ बोलने से इंकार करने पर छात्रों ने एक कश्मीरी युवक की कथित रूप से पिटाई कर दी जिसके बाद से एनआईटी कैम्पस में स्थिति तनावपूर्ण है. हुर्रियत कांफ्रेंस समेत अलगाववादी संगठनों ने कश्मीरी छात्रों पर हमला करने के लिए गैर कश्मीरी छात्रों की आलोचना की.