नई दिल्ली. भारत के विदेश मंत्रालय ने पठानकोट एयरबेस में हुए हमले की जांच के लिए भारत आई पाकिस्तान की संयुक्त जांच दल (जेआईटी) को लेकर कहा है कि पाक ने पहली बार आतंकवादी हमले की जांच में मदद की है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने संवाददाताओं से बातचीत के दौरान यह बात कही है.
दौरे के बाद पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने कहा था कि भारतीय सुरक्षा बल में से किसी प्रत्यक्षदर्शी से जेआईटी को नहीं मिलवाया गया. और भारत ने जांच के लिए पर्याप्त सबूत नहीं पेश किए थे. इस पर स्वरूप ने कहा, ‘पाकिस्तानी जांच दल का 28 मार्च से 1 अप्रैल तक का दौरा सहकारी नजरिये से किया गया था’. उन्होंने कहा कि जेआईटी के दल ने अपराध स्थल का दौरा किया और कुछ प्रत्यक्षदर्शियों के बयान रिकार्ड किए हैं.
स्वरूप ने बताया कि जेआईटी का दौरा दोनों पक्षों की सहमति के शर्तो के अनुसार हुआ था. और दौरा पारस्परिक आधार पर और मौजूदा कानूनी व्यवस्थाओं के तहत किया गया था.
हालांकि स्वरूप ने पाकिस्तान के उस बयान पर कुछ भी कहने से इनकार कर दिया जिसमें पाक ने कहा था कि हमला भारत का रचा हुआ एक ड्रामा है. उन्होंने कहा, ‘सरकार अनुमान पर आधारित मीडिया रिपोर्टो पर कोई प्रतिक्रिया व्यक्त नहीं करेगी. हम इस मामले में पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय द्वारा जारी बयान पर भरोसा करेंगे’.
बता दें कि हमले की जांच करने आई पाक की जांच टीम ने कहा था कि भारत ने हमले के पर्याप्त सबूत पेश नहीं किए. और भारत पर आरोप लगाते हुए कहा था कि यह सब भारत का रचा एक नाटक है. पाक की इस टिप्पणी की भारत में कड़ी निंदा भी हुई.