कोलकाता. पश्चिम बंगाल के पूर्व मंत्री व तृणमूल कांग्रेस के उम्मीदवार मदन मित्रा ने निर्वाचन आयोग में बुधवार को जमा किए गए हलफनामे में अपनी संपत्ति 88 लाख रुपये बताई है. मित्रा फिलहाल करोड़ों रुपये के शारदा घोटाले में पुलिस हिरासत में हैं. हलफनामे के मुताबिक उनके पास 52.94 लाख की चल संपत्ति और 35.37 लाख की अचल संपत्ति है.
मित्रा उत्तरी 24 परगना जिले के कमरहट्टी सीट से चुनाव लड़ रहे हैं. उन्होंने 2014-15 में अपनी सालाना आय 7.09 लाख रुपये बतायी है. उनकी चल संपत्तियों में बैंक में जमा और निवेश के रूप में 43 लाख रुपये हैं. 1.70 लाख रुपये के आभूषण हैं। उनके नाम से कोई भी वाहन पंजीकृत नहीं है.
मित्रा की अचल संपत्तियों में शहर की उनकी दो रिहाइशी इमारतें शामिल हैं जिनका अभी का बाजार मूल्य 35.37 लाख रुपये है. उनकी सालाना आय में 2010-11 के मुकाबले 4.26 लाख की वृद्धि हुई है. पिछले पांच सालों में उनकी कुल संपत्तियों में 8 लाख रुपये का इजाफा हुआ है. 2011 के विधानसभा चुनावों के दौरान उन्होंने हलफनामे में 80 लाख रुपये की संपत्ति का उल्लेख किया था. इसमें 34.47 लाख रुपये की चल संपत्ति और 45.97 लाख रुपये की अचल संपत्ति बताई गई थी. उनकी पत्नी अर्चना ने अपनी सालाना आय साल 2014-15 में 2.21 लाख रुपये बताई. उनके पास कुल 62.30 लाख रुपये की संपत्ति है जिसमें 38.03 लाख रुपये की अचल संपत्ति है.
उनकी चल संपत्ति 24.28 लाख रुपये है जिसमें दो वाहन हैं जिनकी कीमत 12 लाख रुपये है और 6 लाख रुपये के आभूषण शामिल हैं. मित्रा की पत्नी के पास साल 2011 में कोई अचल संपत्ति नहीं थी. मित्रा को शारदा घोटाले में दिसंबर 2014 में गिरफ्तार किया गया था. मित्रा पर दंगे से लेकर, आपराधिक साजिश और आपराधिक विश्वास हनन के कई मामले दर्ज हैं.