नई दिल्ली. सरकार ने पहली बार देश के शिक्षण संस्थान की रैंकिग जारी करते हुए जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी को देश की तीसरी श्रेष्ठ यूनिवर्सिटी में शामिल किया है. इस मामले पर जेएनयू छात्रसंघ के अध्यक्ष कन्हैया कुमार ने इसे एक विडम्बनापूर्ण प्रमाणपत्र बताया है.
कन्हैया ने सूची जारी होने के बाद कहा है कि इस विडम्बनापूर्ण प्रमाणपत्र के लिए मंत्री के आभारी हैं. उन्होंने कहा, ‘हम इस विडंबनापूर्ण प्रमाणपत्र के लिए मंत्री को धन्यवाद कहना चाहेंगे. यह उन सभी लोगों को संतुष्ट करेगा जो जेएनयू छात्रों द्वारा करदाताओं के पैसे बर्बाद किए जाने को लेकर चिंतित हैं’. कन्हैया ने सरकार के इस फैसले पर कहा है कि यह काफी विडम्बनापूर्ण है कि एक तरफ जहां मानव संसाधन विकास मंत्रालय यूनिवर्सिटी की स्वायत्ता पर सवाल उठाती है और वहीं दूसरी तरफ विश्वविद्यालय को सर्वश्रेष्ठ यूनिवर्सिटी की सूची में शामिल करती है.
कन्हैया ने जेएनयू के छात्रों के बारे में बात करते हुए कहा कि जब भी सामाजिक विज्ञान की बात आती है तो जेएनयू हमेशा से सर्वश्रेष्ठ रहा है. गौर करने वाली बात यह भी है कि किन आधार पर विश्वविद्यालयों की रैकिंग की गई है.
बता दें कि सरकार ने देश के सर्वश्रेष्ठ शिक्षण संस्थानों की सूची जारी करते हुए जेएनयू को तीसरा और हैदराबाद विश्वविद्यालय को चौथा स्थान दिया है. वहीं आईआईएम बेंगलोर को देश के सर्वश्रेष्ठ प्रबंधन संस्थान का दर्जा दिया गया है. वहीं आईआईटी मद्रास सबसे बेहतरीन इेजीनियरिंग संस्थान और इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ सांइस को बेस्ट यूनिवर्सिटी का रैंक मिला है.