अलीगढ़. बीजेपी महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष मधु मिश्रा के रविवार को दिए बयान पर विवाद हो गया है. मधु मिश्रा ने अलीगढ़ में कल परशुराम सेवा संस्थान मैदान में आयोजित एक कार्यक्रम में वर्ग विशेष के खिलाफ तीखी टिप्पणी की थी. उनके अलावा दूसरे नेताओं ने भी इशारों में इशारों में ब्राह्मण समुदाय की एकता के लिए दूसरी जातियों के खिलाफ लामबंद होने का आह्वान किया.
मधु ने कार्यक्रम में मौजूद लोगों से कहा कि आज तुम्हारे सिर पर बैठ कर संविधान के सहारे जो राज कर रहे हैं, याद करो वे कभी तुम्हारे जूते साफ़ किया करते थे. आज तुम्हारे हुजूर हो गए हैं. क्यों, हम बंट गए?
’40 साल बाद तुम्हारे बच्चे गुलाम बन जाएंगे’
मधु ने कहा कि साथियों आप सब यहां बैठे हैं. यहां कुछ विप्र बंधुओं के अलावा भी लोग बैठे हैं. मैं उनसे क्षमा चाहती हूं. हम विभाजित हो गए. मेरे छोटे भाई सतीश गौतम (सांसद अलीगढ) को शायद आज से 40 वर्ष बाद का भारत दिख रहा है, कि तुम्हारे बच्चे गुलाम ना हो जाए. कहीं फिर से हुजूर ना कहने लगे उन्हें जिनको तुम बराबर में बिठाना पसंद नहीं करते. उठो जागो और जब तक अपने अधिकार ना ले लो तब तक सतीश गौतम की तर्ज पर युद्ध करते रहो युद्ध करते रहो. इस बयान के बाद अलीगढ में मधु मिश्रा का विरोध शुरू हो गया है.
मधु मिश्रा ने दी सफाई
मधु मिश्रा ने बवाल बढ़ता देखकर अपने बयान पर सफाई दी और कहा कि मैं अपने सामाज के कार्यक्रम में बोल रही थी. समाज की बेटी और बहू हूं. मेरा आशय किसी समाज की भावनाओं को ठेस पहुंचाना नहीं था. किसी को दुख हुआ तो मैं उनसे क्षमा मांगती हूं. मेरे कहने का आशय ये था कि हमारे समाज के बच्चों को भी सरकारी नौकरी मिले. संविधान में आरक्षण का प्रावधान नहीं होता तो हमारे बच्चे भी अधिकारी बनते.
‘मधु मिश्रा के बयान पर कार्रवाई की जाएगी’
बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मीकांत बाजपेयी ने कहा है कि आज शाम तक मधु मिश्रा की तरफ से दिए गए इस बयान पर कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा कि अगर मधु दोषी पाई गईं तो उन्हें पदमुक्त कर दिया जाएगा. मैं मधु मिश्रा का पूरा भाषण नहीं सुन पाया. अगर मैं मौके पर होता और वो इस तरह का कोई बयान देती तो उन्हें वहीं पर इसका जवाब भी देता. मुझे इस बारे में इससे ज्यादा कुछ पता नहीं है.