कोलकाता. पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में अगर कांग्रेस-वाम मोर्चा गठबंधन की जीत होगी, तो मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) की पश्चिम बंगाल इकाई के सचिव सूर्यकांत मिश्रा गठबंधन के नेता होंगे. पूर्व राज्य कांग्रेस अध्यक्ष मानस भुइंया ने यह बात कही. पश्चिमी मिदनापुर जिले में संयुक्त रूप से चुनाव प्रचार के दौरान मिश्रा और भुइंया ने ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली ‘निरंकुश’ तृणमूल कांग्रेस को सत्ता से बेदखल करने के अपने लक्ष्य को हासिल करने के प्रति विश्वास जताया.
विधानसभा की 294 सीटों के लिए छह चरणों वाले चुनाव के पहले दौर के मतदान से एक दिन पहले भुइंया ने कहा, “मै पहले ही घोषणा कर चुका हूं कि अगर वाम लोकतांत्रिक मोर्चा सत्ता में आएगा तो सूर्यकांत मिश्रा उसके नेता होंगे.” कांग्रेस और माकपा नेतृत्व वाला वाम मोर्चा अपने मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार का ऐलान करने में अब तक टाल-मटोल करते रहे थे. मिश्रा ने ममता पर निशाना साधते हुए कांग्रेस-वाम मोर्चा गठबंधन की जीत के प्रति विश्वास जताया.
मिश्रा ने कहा, “उनके (ममता के) ऐसे यातनापूर्ण तरीके रहे हैं कि लोगों के एक विशाल गठबंधन ने आकार ले लिया है. कोई भी उनके पक्ष में नहीं रहना चाहता, यहां तक कि उनके अपने लोग भी उन्हें छोड़ कर जा रहे हैं. यह निश्चित तौर पर मुख्यमंत्री की सबसे बड़ी उपलब्धि है.”