लखनऊ. भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) के राज्य सचिव मंडल ने जेएनयू छात्रसंघ के अध्यक्ष कन्हैया कुमार एवं ऑल इंडिया स्टूडेंट्स फेडरेशन के अन्य नेताओं को जान से मारने की धमकी दिए जाने और देशद्रोही कहे जाने की कड़ी निंदा की है. भाकपा ने अलीगढ़ नगर निगम बोर्ड की बैठक में बीजेपी के सभासदों द्वारा राष्ट्रगान और संविधान का अपमान किए जाने की भी भर्त्सना की है. पार्टी ने राज्य सरकार से मांग की है कि वे इन कृत्यों में लिप्त आपराधिक तत्वों और कथित देशभक्तों के खिलाफ माकूल दफाओं में अभियोग दर्ज कर इन्हें जेल के सींखचों के पीछे पहुंचाए.
भाकपा के राज्य सचिव मंडल डॉ. गिरीश की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि कुछ लोगों ने ट्विटर के जरिये कन्हैया कुमार एवं एआईएसएफ के अध्यक्ष वलीउल्लाह खादरी को धमकी दी है कि यदि उन्होने उत्तर प्रदेश में प्रवेश किया तो उनकी गर्दन काट दी जाएगी. ऐसी ही आपत्तिजनक और अशांति पैदा करने वाली बयानबाजी अलीगढ़ और बदायूं की सभाओं में दी जा रही है. डॉ. गिरीश ने यूपी में छप रहे कुछ समाचार पत्रों पर आरोप लगाया कि वे भाकपा, एआईएसएफ और कन्हैया कुमार की छवि धूमिल करने को जान बूझकर लगातार कन्हैया कुमार को देशद्रोही लिख रहे हैं.
उन्होंने कहा कि ऐसे समाचारपत्रों पर प्रेस काउंसिल और सरकार को कानून सम्मत कार्रवाई करनी चाहिए. डॉ. गिरीश ने अलीगढ़ नगर निगम की बैठक का जिक्र करते हुए कहा कि ‘भगवा गिरोह’ खुद नित रोज राष्ट्रगान, तिरंगा ध्वज और राष्ट्रीय मयार्दाओं को तहस-नहस कर रहा है, जो किसी भी नागरिक के लिए बर्दाश्त के बाहर है.
उन्होंने कहा कि दूसरों पर देशद्रोह का झूठा आरोप लगाने वाले संघ परिवार की कथनी और करनी साफ जाहिर हो गई है. भाकपा सचिव ने कहा कि अखिलेश यादव सरकार को इस संविधान विरोधी कृत्य के खिलाफ शीघ्र कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए.