आसाराम को बदनाम करने वालों को मारने के लिए बनाई थी टीम: शूटर

नाबालिग से रेप केस में जोधपुर जेल में बंद आसाराम बापू को लेकर एक बेहद सनसनीखेज खुलासा हुआ है. रायपुर से पकड़े गए शार्प शूटर कार्तिक ने सीआईडी के सामने कबूल किया है कि रेप केस के गवाह अमृत प्रजापति की हत्या उसने आसाराम के कहने पर की है और उसका अगला निशना राहुल सचान था. सीआईडी की गिरफ्त में आए कार्तिक ने बताया कि वह 2001 से आसाराम को समर्पित है तथा उनके लिए कुछ भी करने को तैयार था.

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आसाराम को बदनाम करने वालों को मारने के लिए बनाई थी टीम: शूटर

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  • March 30, 2016 8:59 am Asia/KolkataIST, Updated 9 years ago
अहमदाबाद. नाबालिग से रेप केस में जोधपुर जेल में बंद आसाराम बापू को लेकर एक बेहद सनसनीखेज खुलासा हुआ है. रायपुर से पकड़े गए शार्प शूटर कार्तिक ने सीआईडी के सामने कबूल किया है कि रेप केस के गवाह अमृत प्रजापति की हत्या उसने आसाराम के कहने पर की है और उसका अगला निशना राहुल सचान था. सीआईडी की गिरफ्त में आए कार्तिक ने बताया कि वह 2001 से आसाराम को समर्पित है तथा उनके लिए कुछ भी करने को तैयार था.
 
कार्तिक का कहना है कुछ लोग आसाराम को बदनाम करने की साजिश रच रहे थे. इसलिए उसने उन्हें रास्ते से हटाने का फैसला किया. उसका कहना है कि उसने 10  लोगों की टीम बनाई. जिसका मकसद सिर्फ ये है कि आसाराम या आश्रम के खिलाफ बगावत करने वालों को रास्ते से हटा दिया जाएगा.
 
कार्तिक का आरोप है कि आसाराम के खिलाफ गवाही देने वाले अमृत प्रजापति ने आसाराम से 50 करोड रुपए की मांग की थी. साथ ही ये धमकी दी थी कि अगर आसाराम ने उसे पैसे नहीं दिए तो वो उन्हें रेप केस में फंसा देगा. इस बात से नाराज होकर उसने अमृत प्रजापति की हत्या की थी. कार्तिक को फिलहाल 6 दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया है. कार्तिक ने अमृत की हत्या के लिए 25 लाख रूपए की सुपारी ली थी. उसका कहना है कि हत्या नहीं कर पात तो वह खुद आत्महत्या कर लेता. 
 
बता दें कि आसाराम पर लगे इल्जाम की गंभीरता के चलते अब तक 8 बार उनकी जमानत अर्जी खारिज हो चुकी है. इन हत्याओं के मामले में फिलहाल अहमदाबाद क्राइम ब्रांच साक्ष्य जुटाने में लगी हुई है.
 
आरोपी ने ये भी कहा की अमृत प्रजापति ने अपनी पत्नी को बुरखा पहनके टीवी के सामने भी पेश किया था और उसमें बताया था की आश्रम में तांत्रिक चीजे हो रही रही, बल्कि इस की तहकीकात के बाद मालूम पड़ा की ये गलत था. प्रजापति को मारने का मुख्य उद्देश्य उनकी बगावत थी जो उसने आश्रम और आसाराम बापू के विरोध में की थी.
 
बता दें 15 अगस्त 2012 को आसाराम पर जोधपुर के पास मणाई आश्रम में उत्तर प्रदेश की एक नाबालिग लड़की के साथ यौन शोषण करने का मामला सामने आया था जिसके बाद पुलिस ने मामलें की जांच करने के बाद 31 अगस्त को इंदौर के आश्रम से आसाराम को गिरफ्तार किया था. 

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