पठानकोट: भारत पहुंची PAK टीम, ISI अफसर करेंगे एयरबेस का दौरा

पठानकोट में हुए आतंकी हमले की जांच के लिए पाकिस्तान की जांच टीम आज भारत आ गई है. ये टीम 28 मार्च से जांच शुरू करेगी. इस टीम में पांच अफसर शामिल हैं जिसमें एक पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई का अफसर भी है. टीम को भारत ने 7 दिन का वीजा जारी किया है. इंडियन अफसरों के साथ ये टीम मंगलवार को पठानकोट का दौरा करेगी. पहली बार किसी आतंकी हमले की जांच से जुड़ी पाकिस्तान की कोई टीम आ रही है.

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पठानकोट: भारत पहुंची PAK टीम, ISI अफसर करेंगे एयरबेस का दौरा

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  • March 27, 2016 7:57 am Asia/KolkataIST, Updated 9 years ago
नई दिल्ली. पठानकोट में हुए आतंकी हमले की जांच के लिए पाकिस्तान की जांच टीम आज भारत आ गई है. ये टीम 28 मार्च से जांच शुरू करेगी. इस टीम में पांच अफसर शामिल हैं जिसमें एक पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई का अफसर भी है. टीम को भारत ने 7 दिन का वीजा जारी किया है. इंडियन अफसरों के साथ ये टीम मंगलवार को पठानकोट का दौरा करेगी. पहली बार किसी आतंकी हमले की जांच से जुड़ी पाकिस्तान की कोई टीम आ रही है. 
 
सुषमा-सरतात में हुई बातचीत
सार्क देशों के मंत्रियों के सम्मेलन में प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के विदेशी संबंधी सलाहकार सरताज अजीज ने कहा कि दोनों देशों के बीच बातचीत में पठानकोट हमले के चलते देरी हुई है. उन्होंने कहा कि हम उम्मीद करते हैं यह बातचीत आगे जारी रहेगी. वहीं भारत की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कहा कि भारत-पाक में दोनों पक्षों के बीच एक सकारात्मक माहौल में बात हुई है. सुषमा स्वाराज ने कहा कि दोनों पक्षों की बात पठानकोट मसले पर भी हुई है. इस दौरान पाकिस्तानी अफसर हमले के दौरान वहां मौजूद रहने वाले चश्मदीदों से बातचीत करेंगे.
 
पाक टीम में कौन हैं शामिल?
पाकिस्तानी जेआईटी में मिलिट्री इंटेलिजेंस के साथ ही पुलिस अफसर भी शामिल हैं. टीम की अगुआई पंजाब काउंटर टेररिज्म डिपार्टमेंट (सीटीडी) के एआईजी मुहम्मद ताहिर राय कर रहे हैं. बाकी मेंबर्स में इंटेलिजेंस ब्यूरो के लाहौर स्थित डिप्टी डायरेक्टर जनरल मोहम्मद अजीम अरशद, आईएसआई के लेफ्टिनेंट कर्नल तनवीर अहमद, मिलिट्री इंटेलिजेंस के लेफ्टिनेंट कर्नल इरफान मिर्जा और गुजरांवाला सीटीडी के इन्वेस्टिगेटिंग अफसर शाहिद तनवीर शामिल हैं.
 
क्या हुआ था?
2 जनवरी की सुबह 6 पाकिस्तानी आतंकियों ने पठानकोट एयरबेस पर हमला किया, इसमें 7 जवान शहीद हो गए. 36 घंटे एनकाउंटर और तीन दिन कॉम्बिंग ऑपरेशन चला. हमले का मास्टरमाइंड जैश-ए-मोहम्मद का चीफ मौलाना मसूद अजहर है. अजहर को 1999 में कंधार प्लेन हाईजैक केस में पैसेंजरों की रिहाई के बदले छोड़ा गया था. भारत ने आतंकियों की उनके हैंडलर्स से बातचीत की कॉल डिटेल्स और उनसे मिले पाकिस्तान में बने सामानों के सबूत पड़ोसी देश को सौंपे हैं. इस बीच, भारत-पाक फॉरेन सेक्रेटरी लेवल की 15 जनवरी को होने वाली बातचीत टल गई.

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