नई दिल्ली. उत्तराखंड में छाया सियासी संकट राष्ट्रपति भवन पहुंच गया है. इस मामले में भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस के मंत्रियों व विधायकों ने अलग-अलग समय पर राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से मुलाकात की.
मुलाकात में बीजेपी ने मुख्यमंत्री हरीश रावत की सरकार को अल्पमत की स्थिति में बताया और जल्द ही उनकी सरकार को भंग करने की मांग रखी.
क्या कहा भाजपा ने?
भाजपा नेता कैलाश विजयवर्गीय की अगुवाई में बीजेपी का प्रतिनिधिमंडल राष्ट्रपति से मिलने पहुंचा. विजयवर्गीय ने संवाददाताओं से कहा कि हमने राष्ट्रपति से अनुरोध किया है कि वह राज्यपाल को उत्तराखंड सरकार को बर्खास्त करने का निर्देश दें.
उन्होंने कहा कि कांग्रेस के नौ बागी विधेयक अलग से राष्ट्रपति से मिलेंगे. प्रतिनिधिमंडल में विजयवर्गीय के अलावा भाजपा के उत्तराखंड प्रभारी श्याम जाजू, राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री भगतङ्क्षसह कोशियारी और रमेश पोखरियाल निशंक, राज्यसभा सांसद तरुण विजय और पार्टी प्रवक्ता अनिल बलूनी शामिल थे.
बीजेपी सांसदों ने निकाला मार्च
भाजपा के कुछ केंद्रीय नेताओं, उत्तराखंड से पार्टी सांसदों एवं विधायकों ने विजय चौक से राष्ट्रपति भवन तक मार्च निकाला. चौंका देने वाली बात है कि इस मार्च में कांग्रेस सरकार का साथ छोड़ चुका एक भी बागी नेता नहीं दिखाई दिया.