नई दिल्ली. जवाहरलाल नेहरु यूनिवर्सिटी छात्रसंघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार समेत पांच छात्र को जेएनयू जांच कमेटी ने परिषर से निकालने की सिफारिश की है. जानकारी के अनुसार इसमें देश विरोधी नारेबाजी में शामिल होने वाले छात्र उमर खालिद और आनिर्बान के नाम भी शामिल है.
बता दें कि जेएनयू की आंतरिक जांच कमेटी ने इन छात्रों को इसमें दोषी पाया है. इस सिफारिश पर फैसला वाइस चांसलर जगदीश कुमार लेंगे.
स्पेशल पुलिस टीम पुहंची जेएनयू
मामले में दिल्ली पुलिस की स्पेशल टीम जेएनयू में जांच के लिए पहुंची थी जिसमें उन्होंने उमर और अनिर्बान के कमरों की तलाशी करने की सिफारिश भी की थी. इस बीच पुलिस ने दोनों के लैपटॉप की जांच करने को लेकर भी सिफारिश की थी.
मामले में पाए गए दोषी
जवाहरलाल नेहरु यूनिवर्सिटी में देशद्रोह के नारे लगाने के आरोप में जेएनयू जांच कमेटी ने रिपोर्ट सौंपी है. इस रिपोर्ट में उमर खालिद और अनिर्बन भट्टाचार्य समेत 21 छात्रों को दोषी माना गया है. जानकारी के अनुसार यूनिवर्सिटी प्रशासन ने दोषी छात्रों को कारण बताओ नोटिस जारी भेजा है.
बता दें कि जेएनयू में 9 फरवरी को अफजल गुरू की फांसी के विरोध में कार्यक्रम का आयोजन किया गया था जिसमें देश विरोधी नारे लगाए गए थे. उसके बाद जारी हुए वीडियो में नकाब लगाए कुछ लोगों के साथ उमर और अनिर्बन देश विरोधी नारे लगाते देखे गए थे. उमर और अनिर्बन के साथ ही तीन और छात्रों रामा नागा, अनंत प्रकाश और आशुतोष पर भी देश विरोधी नारेबाजी का आरोप है.