नई दिल्ली. उत्तर भारत में तीन दिनों से हो रही बेमौसम बारिश और ओले गिरने से कई किसानों की फसलें बर्बाद हो गई हैं. इस मुद्दे को कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने लोकसभा में उठाया है और कार्यवाही स्थगन प्रस्ताव पेश किया. राहुल गांधी ने कहा कि इस मुद्दे पर चर्चा हो और सरकार तुरंत कार्रवाई करे.
उन्होंने कहा कि बैमौसम बारिश और ओलावृष्टि के कारण उत्तर भारत में किसानों को काफी नुकसान हुआ है. सरकार जल्द से जल्द राहत प्रदान करने की दिशा में कदम उठाये. प्रभावित क्षेत्रों में नुकसान के आकलन के लिए केंद्रीय टीम भेजी जाए और सदन में कृषि मंत्री बयान दें. राहुल ने कहा कि पिछली बार की तरह किसानों को राहत प्रदान करने में कोई देरी न हो.
वेंकैया नायडू ने क्या कहा?
संसदीय कार्य मंत्री एम वेंकैया नायडू ने कहा कि यह गंभीर मुद्दा है. जैसे ही उन्हें इस बारे में जानकारी मिली उन्होंने कृषि मंत्री से सम्पर्क किया. कृषि मंत्री राधामोहन सिंह संबंधित राज्यों से सम्पर्क बनाये हुए हैं. कृषि मंत्री आज या कल इस विषय पर बयान देंगे.
बता दें कि बेमौसम वर्षा और ओलावष्टि के कारण उत्तर भारत में विभिन्न प्रदेशों में खड़ी फसलें बर्बाद हुई हैं और किसानों को काफी नुकसान हुआ है.
गेहूं की चमक हुई कम
दो दिन से रुक-रुककर हो रही बारिश ने गेहूं की फसल को नुकसान पहुंचा दिया है. सूखी खड़ी फसल की बाली में नमी से दाने हल्के और चमक कम हो गई है. कटाई के दौरान फसल मिट्टी सहित उखड़ रही है. किसानों ने फिलहाल कटाई रोक दी है. 3 मार्च को चक्रवाती हवा, बारिश और ओलावृष्टि से माखननगर के 30 से 40 गांवों में हरी और सूखी फसल को नुकसान पहुंचा था. शुक्रवार और शनिवार रात गिरे पानी ने और नुकसान पहुंचाया है.
आर्थिक नुकसान की भारी
सूखी बाली में नमी आ गई. एफएक्यू के मापदंड पर खरा नहीं होने से गेहूं किसान को निजी व्यापारियों को बेचना होगा. ऐसे में उसे आर्थिक नुकसान होगा. उप संचालक कृषि जेएस गूजर ने बताया बारिश से दाने की चमक पर असर पड़ेगा. जिन किसानों की फसल पक चुकी है वह खुला मौसम देखकर कटाई कर लें.
रबी की फसल हुई बर्बाद
मौसमी आफत का ही नतीजा है कि रबी की फसल का करीब 20 प्रतिशत हिस्सा बर्बाद होने से किसान बेहाल है. यही हाल सरसों और दूसरे फसलों का भी है. एक अंदाजे के मुताबिक पंजाब की गेहूं पट्टी और कपास पट्टी दोनों में ही बारिश की वजह से करोड़ों रुपये की फसल बर्बाद हुई है. किसानों ने अपनी मेहनत की कमाई का बड़ा हिस्सा फसलों की बुआई में लगा दिया था. अब इन्हें सरकार की ओर से मिलने वाले मुआवजे का ही आसरा है. मौसम विभाग के मुताबिक आने वाले एक दो दिन किसानों पर और भारी पड़ने वाले हैं. वजह है भारी बारिश और ओलावृष्टि की आशंका है.